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Buxar Top News: ओवरब्रिज की माँग को लेकर जनाक्रोश, पूर्व आईआरएस अधिकारी के नेतृत्व में निकाली गयी पदयात्रा, आयोजित हुआ धरना ..



प्रतिदिन लोगों के बहुमूल्य समय में से कई घंटे इन्हीं रेलवे क्रॉसिंग पर जाम में फंसकर बीत जाते हैं. सबसे गंभीर स्थिति मरीजों और स्कूल आने जाने वाले मासूम बच्चों की है, जो जाम में फंसकर बेचैनी में घंटों गुजार देते हैं. 

- विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि हुए शामिल.
- बोले पूरे आईआरएस अधिकारी मांगे पूरी नहीं होने तक किया जाता रहेगा आंदोलन.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  पूर्व आईआरएस अधिकारी एवं समाजसेवी विनोद चौबे के नेतृत्व में विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं एवं बुद्धिजीवियों के साथ जिले में स्थित सभी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने की माँग को लेकर किला मैदान रामलीला मंच से सुबह 11 एक पदयात्रा निकाली गई, जो नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए समाहरणालय के समक्ष पहुंची कर एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन में तब्दील ही गया. 


 धरना स्थल पर अपने अध्यक्षीय भाषण में विनोद चौबे ने कहा कि बक्सर-इटाढ़ी रोड, चौसा-कोचस मार्ग, तथा डुमराँव और रघुनाथपुर रेलवे क्रॉसिंग पर लगने वाले जाम की समस्या से आज हर जिलेवासी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जूझ रहा है.  स्थिति इतनी बदतर हो गई है कि प्रतिदिन लोगों के बहुमूल्य समय में से कई घंटे इन्हीं रेलवे क्रॉसिंग पर जाम में फंसकर बीत जाते हैं. सबसे गंभीर स्थिति मरीजों और स्कूल आने जाने वाले मासूम बच्चों की है, जो जाम में फंसकर बेचैनी में घंटों गुजार देते हैं. उन्होंने कहा कि ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए तरह-तरह के बहाने बनाए जाते हैं.  कभी मिट्टी की गुणवत्ता में कमी, तो कभी स्थान के चयन की समस्या दिखा कर और कभी राज्य अथवा केंद्र सरकार से अनुमति न मिलने की समस्या दिखा कर ओवर ब्रिज के निर्माण में बाधा आती रहती है. उन्होंने साफ कहा कि जनता को इससे मतलब नहीं है कि समस्याएं क्या है. जनता को अपनी सुविधाओं से मतलब है. सरकार को अब सार्थक पहल करते हुए ओवर ब्रिज के निर्माण को पूरा करना होगा. अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस आंदोलन के लिए बक्सर वासियों और जिले के विभिन्न हिस्सों से उन्हें व्यापक समर्थन मिल रहा है. वह सरकार के सामने इस समस्या को गंभीरता से रखना चाहते हैं. जिससे कि ओवरब्रिज निर्माण कार्य शीघ्र किया जा सके. उन्होंने सरकार से सीधा सवाल किया कि अगर उनसे जनहित का कोई कार्य नहीं हो पाता है. तो ऐसी सरकार अथवा ऐसे जनप्रतिनिधि किस काम का? उन्होंने कहा कि बक्सर के मूल निवासी होने के कारण बक्सर के विकास के लिए कृत संकल्पित है तथा इसके लिए वह खुद को समर्पित करते हुए जनता की आवाज बनकर सामने आएंगे.


कार्यक्रम में मंच संचालन कर रहे आंदोलन संस्था के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे समाजसेवी अजय मिश्रा ने कहा कि जाम की समस्या दिन-ब-दिन नासूर बनती जा रही है. ऐसे में सरकार को इस पर कोई ठोस कदम उठाना ही होगा. अन्यथा प्रदर्शनों से शुरू हुआ आंदोलन वोट बहिष्कार तक जाएगा. उन्होंने आम जनों से भी अपील की कि वे जनहित में ओवरब्रिज बनाने के लिए नियमित रूप से चलाए जाने वाले अभियानों में हिस्सा लेकर अपनी मांग को जनता की प्रमुख मांग के रूप में प्रतिनिधियों के सामने प्रस्तुत करें.

कार्यक्रम में विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया जिसमें भाजपा के मुकेश पांडेय,  राजद के रामाशंकर कुशवाहा, प्रसिद्ध इतिहासकार एवं लेखक दीपक कुमार राय, शिवसेना के राहुल चौबे, इंद्रकांत तिवारी, एसएफआई के विमल कुमार सिंह, आंदोलन संस्था के संयोजक विवेक ठाकुर, गिट्टू   तिवारी, सरोज कुमार चौबे, कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि शिवजी पासवान, अत्रि मुनि चौबे, बबलू उपाध्याय, अरुण कुमार दुबे, भुवनेश्वर बाबा, सुशील पांडेय, अनिल कुमार चौबे, रामाशंकर पाठक, धनजी राय समेत सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे.

















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