Header Ads

Buxar Top News: पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी के निधन पर राजनीतिक हस्तियों ने जताया गहरा शोक ..



लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी और एक अनुभवी सांसद के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. उनकी सदन में एक सशक्त उपस्थिति थी. देश और बंगाल के लिए एक बड़ी हानि है

- ब्रेन हेमरेज के बाद अस्पताल में कराया गया था भर्ती.

- पश्चिम बंगाल स्थित पैतृक आवास पर होगा अंतिम संस्कार.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर/दिल्ली: पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी अब हमारे बीच नहीं रहे. 89 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से उनका सोमवार को निधन हो गया. वे काफी समय से बीमार चल रहे थे. रविवार को उनकी हालत नाजुक बताई जा रही थी, लेकिन सुबह होते-होते उनके निधन की दुखद खबर सुनने को मिल गई. जिसके बाद देश के तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सोमनाथ चटर्जी राजनीति के बड़े स्तंभ थे. 


किसने क्या कहा....

- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर दुख जताते हुए ट्वीट कर लिखा, 'लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी और एक अनुभवी सांसद के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. उनकी सदन में एक सशक्त उपस्थिति थी. देश और बंगाल के लिए एक बड़ी हानि है. उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवादनाएं हैं.'

- प्रधानमंत्री ने कहा, 'पूर्व सांसद और अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी भारतीय राजनीति का एक स्तंभ थे. उन्होंने हमारे संसदीय लोकतंत्र को मजबूत किया. वे कमजोर लोगों के कल्याण के लिए एक मजबूत आवाज थे.मैं उनके निधन से दुखी हूं और उनके परिवार व समर्थकों के साथ मेरी संवेदना है.'

- उप- राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने दी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष को सोमनाथ चटर्जी को श्रद्धांजलि. उन्होंने कहा, 'वे हमेशा लोगों की तकलीफों को प्रमुखता से आगे रखते थे.'

- लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सोमनाथ चटर्जी को याद करते हुए कहा, 'सोमनाथ दा (चटर्जी) मेरे लिए बड़े भाई थे. हमारी विचारधारा अलग थी, लेकिन फिर भी जब मैंने '89 में संसद में प्रवेश किया, तब से मैंने देखा कि वह हर नियम का पालन करते हुए मुद्दों को कैसे उठाते थे. एक स्पीकर के रूप में उनका कार्यकाल मेरे लिए मार्गदर्शन था.' वहीं, सोमनाथ दा को याद करते हुए समित्रा महाजन की आंखें भर आईं.

- हाल ही में राज्यसभा के उपसभापति चुने गए हरिवंश नारायण सिंह ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा, 'उनकी लोकसभा अध्यक्ष की भूमिका और बतौर सांसद उनके भाषण राजनीति में शामिल होने की इच्छा रखने वाली अगली पीढ़ी के लोगों के लिए प्रेरणादायक होंगे. आज जब संसद में उनके जैसे लोगों की जरूरत है, ऐसे में उनका जाना काफी दुखद है.'

- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, '10 बार सांसद रहे और पूर्व लोकसभा स्पीकर सोमनाथ चटर्जी के निधन से दुखी हूं. वे खुद में एक संस्था थे. पार्टी लाइन से हटकर सभी सांसदों के मन में उनके लिए अपार सम्मान था. इस दुख के समय में उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं'

- विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा, 'सोमनाथ चटर्जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं. हमारे वैचारिक मतभेदों के बावजूद, हमने बहुत सौहार्दपूर्ण संबंधों की सराहना की. शोकग्रस्त परिवार के लिए मेरी दिल से संवेदना.'

- पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसानी ने कहा, 'वे एक महान सांसद थे. वे एक ऐसे वक्ता थे जिन्होंने कुर्सी की चमक को बढ़ाया. उनके गुजर जाने से हमने एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व को खो दिया है. वे अपने पीछे एक खालीपन को छोड़ गए. लोग हमेशा उन्हें याद करेंगे.'

- जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, 'रेस्ट इन पीस सोमनाथ दा. यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैंने आपसे काफी कुछ सीखा है. हाल के वर्षों में आपकी अनुपस्थिति में लोकसभा की हालत दयनीय है. भारत ने आज बहुत बड़ी शख्सियत को खो दिया है.'

- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, 'सोमनाथ चटर्जी जी के निधन की बेहद दुखद खबर सुनी. समकालीन समय के सबसे महान सांसदों में से एक, उन्हें देश हमेशा याद करेगा. उन्हें भारत के महान लोकसभा अध्यक्ष के रूप में याद किया जाएगा.'

अंतिम दर्शन के लिए CPI(M) कार्यालय में रखा जाएगा शव
सीपीआइ (एम) नेता सीताराम येचुरी ने कहा, 'सोमनाथ चटर्जी समेत कई अन्य पार्टी के नेताओं ने मेडिकल रिसर्च के लिए अपना शरीर दान किया है. इससे पहले उनके शव को अंतिम दर्शन के लिए पार्टी कार्यालय में रखा जाएगा. उसके बाद उनके अवशेष को पश्चिम बंगाल विधानसभा ले जाएंगे.' उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के बाद उनके शव को दोबारा अस्पताल ले जाया जाएगा. अंतिम संस्कार का फैसला जल्द ही उनके परिवार से परामर्श करने के बाद किया जाएगा.

89 साल की उम्र में निधन:

बता दें कि पश्चिम बंगाल से 10 बार सांसद व 14वीं लोकसभा के अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का सोमवार सुबह सवा आठ बजे के करीब कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया है.वे 89 साल के थे. वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और उनका डायलिसिस भी हुआ था. रविवार को दिल का हल्का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उनकी स्थिति और बिगड़ गई थी. उनका उपचार करने वाली मेडिकल टीम के चिकित्सक ने रविवार को बताया था कि गुर्दे संबंधी समस्या से जूझ रहे चटर्जी को मंगलवार को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

पिछले महीने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष को मस्तिष्काघात के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। पिछले 40 दिनों से चटर्जी का उपचार चल रहा था. स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिलने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी लेकिन मंगलवार को हालत बिगड़ने के बाद उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था और सोमवार को सुबह उन्होंने दुनिया छोड़ दी. अस्पताल से उनका शव दक्षिण कोलकाता स्थित आवास पर ले जाया जाएगा. इसके बाद उनकी अंत्येष्टि की जाएगी.


















x

No comments