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Buxar Top News: मासूमों ने बताया माँ ने की थी पिता की हत्या, न्यायालय ने आशिक समेत दिया कठोर आजीवन कारावास का दंड ..

शादी के बाद एक साजिश के तहत उसका प्रेमी उसके ससुराल में ही जाकर बस गया था.

- शादी के पहले से ही था प्रेम प्रसंग.
- चश्मदीद गवाह मासूम बच्चों ने दी थी पुलिस को गवाही.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के सरेंजा की रहने वाली तथा आशिक के साथ मिलकर पति की हत्या कराने वाली पत्नी को व्यवहार न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कठोर आजीवन कारावास की सजा सुनायी है. सजा के साथ-साथ दोनों पर अर्थदंड भी लगाया गया है. अर्थदंड न देने की स्थिति में सजा में बढ़ोतरी होगी.एक वर्ष में कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है.

मृतक के मासूम बच्चे थे गवाह:

जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव के न्यायालय ने जब फ़ैसला सुनाया तो वहाँ मौजूद लोगों कक लगा कि जैसे मृत पति को न्याय मिल गया. मामले में छह लोगों की गवाही हुई है जिसके आधार पर यह फैसला सुनाया गया. बताया जा रहा है कि मृतक के पांच एवं सात वर्षीय मासूम पुत्र एवं पुत्री ने घटना की चश्मदीद गवाही पुलिस को दी थी. मामला राजपुर थाना कांड संख्या 129/2016 एवं सेशन ट्रायल 268/2016 से संबंधित है जिसमें रहस्यमय तरीके से की हत्या को अंजाम देने की बात कही गयी थी. 

पत्थरों से कूच-कूच कर की गई थी हत्या : 

ज्ञात ही कि 11 जुलाई 2016 को राजपुर थाना के सरेंजा गांव की रहने वाली ज्ञानवती देवी उर्फ ज्ञांती देवी ने पुलिस को फोन कर के बताया कि उसका पति घर नहीं लौटा है. जिसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जाँच शुरू कर कर दी. जांच के क्रम में दूसरे दिन पुलिस को  मृतक की लाश बोरे में बंद मिली. बाद में जब पुलिस ने अपने अनुसंधान को आगे बढ़ाया तो उसके चौकाने वाले नतीजे आए, मृतक की हत्या के पीछे उसकी पत्नी एवं उसका आशिक अमर चौहान का नाम सामने आ गया. ज्ञात हुआ कि दोनों ने रात में पत्थरों से कूच-कूच कर हत्या को अंजाम दिया था. इस मामले में सुनवाई के दौरान सरकार के तरफ से अपर लोक अभियोजक गोपाल जी शर्मा ने बहस में हिस्सा लिया.

शादी के पहले से ही था चक्कर:

ज्ञांती देवी और अमर चौहान का शादी के पूर्व से ही चक्कर था. शादी के बाद एक साजिश के तहत उसका प्रेमी उसके ससुराल में ही जाकर बस गया था. जहां दोनों के बीच कई बार अंतरंग संबंध भी स्थापित हुए थे. जबकि ज्ञान्ति का पति मनोज चौहान इसका विरोध किया करता था.इस बात को लेकर आए दिन पति और पत्नी के बीच विवाद उत्पन्न होता रहता था. जब प्रेमी से मिलने की कोई सूरत उसके सामने नहीं दिखी तो पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की योजना बनायी. जिसके परिणाम स्वरुप 11 जुलाई 2016 को दोनों ने मिलकर मनोज चौहान की हत्या को अंजाम दे दिया.






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