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Buxar Top News: फुटबॉलर मृत्युंजय हत्याकांड में मिला त्वरित न्याय: हत्यारे मुखिया पति समेत छह को आजीवन कारावास ..

हत्यारों ने उनकी 5 कट्ठा जमीन की गलत तरीके से रजिस्ट्री करा ली थी तथा उस जमीन की जुताई कर रहे थे. इसी का विरोध करने पर सभी आठ नामजद अभियुक्तों ने उन पर गोलियों की बौछार कर दी. 
हत्यारोपी मुखिया पति (इनसेट में फुटबॉलर स्व. मृत्युंजय कुमार  राय)

- फास्टट्रैक दो के न्यायालय से मिला न्याय तो छलछला उठी परिजनों की आंखें.
- छह महीने में ही होने वाली थी शादी, हत्यारों ने उतार दिया मौत के घाट.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: 30 अगस्त 2016 को हुई चिलहरी गांव निवासी फुटबॉलर मृत्युंजय राय की हत्या के सभी नामजद 8 आरोपियों में से 6 को फास्टट्रैक दो के न्यायालय  के द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. साथ ही सभी अभियुक्तों पर पचास-पचास हज़ार का अर्थदंड भी लगाया गया है.

ज्ञात हो कि चिलहरी गांव के तेज नारायण राय के पुत्र मृत्युंजय कुमार राय की हत्या उसी के गांव के रहने वाले मुखिया पति हरेंद्र राय पिता स्वर्गीय रामकमल राय, नीलेश उर्फ कल्लू पिता-स्वर्गीय शिवजी राय, शिवजी राय पिता- स्वर्गीय कामेश्वर राय, अजय राय पिता- स्वर्गीय राज नारायण राय, धर्मवीर राय उर्फ संग्राम राय धनंजय राय उर्फ राणा राय दोनों पिता स्वर्गीय रंगलाल राय तथा हरेंद्र राय के दो पुत्रों ने मिलकर कर दी थी  ने कर दी थी.


मुखिया पति हरेंद्र राय पिता स्वर्गीय रामकमल राय, नीलेश उर्फ कल्लू पिता-स्वर्गीय शिवजी राय, शिवजी राय पिता- स्वर्गीय कामेश्वर राय, अजय राय पिता- स्वर्गीय राज नारायण राय, धर्मवीर राय उर्फ संग्राम राय धनंजय राय उर्फ राणा राय दोनों पिता स्वर्गीय रंगलाल राय को न्यायाधीश अरुण कुमार सिन्हा के न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. वही मुखिया पति हरेंद्र राय के दोनों बेटों के जुबेनाइल होने के कारण उनको सजा मुकर्रर नहीं की जा सकी है. क्योंकि उनका मामला किशोर न्याय परिषद में चल रहा है. 

गुरुवार को हत्यारोपियों को सजा मिलते ही परिजनों की आंखें छलछला उठी. मृत्युंजय के चाचा विनोद राय ने बताया कि हत्यारों ने उनकी 5 कट्ठा जमीन की गलत तरीके से रजिस्ट्री करा ली थी तथा उस जमीन की जुताई कर रहे थे. इसी का विरोध करने पर सभी आठ नामजद अभियुक्तों ने उन पर गोलियों की बौछार कर दी. जिससे कि मौके पर मौजूद मृत्युंजय राय पिता स्वर्गीय तेज नारायण राय की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि उनके भतीजे की नौकरी  बंगाल पुलिस में हो चुकी थी, वहीं 5 फरवरी 2017 को शादी होनी थी, जिसके लिए सभी तैयारियां की जा चुकी थी तभी हत्यारों ने उनके भतीजे की हत्या कर परिजनों के सपनों पर पानी फ़ेर दिया. उन्होंने बताया कि मृत्युंजय एक प्रतिभावान फुटबॉल खिलाड़ी था तथा उसने राज्य स्तर पर जिले जिले का प्रतिनिधित्व किया था.

विनोद ने न्यायालय के फैसले पर हर्ष जताते हुए कहा कि भगवान के घर देर होती है लेकिन अंधेर नहीं. उन्होंने न्यायालय के फ़ैसले पर हर्ष जताते हुए कहा कि न्यायालय के फ़ैसले से आज एक बार फिर सत्य की जीत हुई है.











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