Buxar Top News: लोगों के बहकावे में आकर महिला के परिजनों ने सिविल सर्जन से की शिकायत
मरीज के परिजनों ने स्वीकार किया है कि जिन समाजसेवियों के साथ सिविल सर्जन के पास शिकायत करने गए थे दरअसल वे उन के बहकावे में आ गए थे.
- कहा, लोगों को नहीं मालूम है आई सी यू ए एन आई सी यू में अंतर.
- मरीज के परिजनों ने सिविल सर्जन से मांगी लिखित माफी.
बक्सर टॉप न्यूज़ बक्सर नगर के बाईपास रोड स्थित जीवन ज्योति अस्पताल इलाजरत महिला के परिजनों ने कुुुछ लोगों के बहकावे में आकर सिविल सर्जन के यहां शिकायत की थी यह बात आंदोलन के सदस्य गिट्टू तिवारी तथा पीड़ित मरीज के परिजनों ने कही गिट्टू ने कहा कि रामजी सिंह जैसे लोगों जिन्हें एनआईसीयू व आईसीयू में अंतर नहीं मालूम वह लोग अपने आपको मसीहा कहते हैं.
उन्होंने कहा कि मरीज के परिजनों ने स्वीकार किया है कि जिन समाजसेवियों के साथ सिविल सर्जन के पास शिकायत करने गए थे दरअसल वे उन के बहकावे में आ गए थे. परिजनों ने स्पष्ट कहा कि इन लोगों ने सिर्फ यही कहा था कि आप एक आवेदन दे दीजिए तो हम आपके पैसे माफ करा देंगे.
आंदोलन संस्था के गिट्टू तिवारी ने कहा कि कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस तरह के आरोप अस्पताल प्रबंधन पर लगा रहे हैं. गिट्टू ने साफ शब्दों में कहा कि जहां सच हैं वहां आंदोलन खड़ा है इस दौरान आंदोलन के मार्गदर्शन मंडल के अध्यक्ष अजय मिश्रा राजीव सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.
पाठकों को बता दें कि नगर के बाईपास रोड स्थित एक निजी नर्सिंग होम के विरुद्ध युवा नेता रामजी सिंह के नेतृत्व में मरीज के परिजनों ने लिखित आवेदन सिविल सर्जन को देते हुए अस्पताल प्रबंधन द्वारा बिना बताए इन आईसीयू में रखकर ज्यादा फीस लेने का आरोप लगाया था. लेकिन अब मरीज के परिजनों का कहना है कि उन्होंने यह सब रामजी से के कहने से किया था. उन्हें अस्पताल प्रबंधन से कोई शिकायत नहीं है.
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