Header Ads

Buxar Top News: सीतामढ़ी पहुंची रामायण एक्सप्रेस, बक्सर में आंदोलन जारी ..

बक्सर में रामायण एक्सप्रेस के ना रोके जाने को लेकर बवाल अभी भी जारी है कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी से शुरू हुआ आक्रोश.  छात्रशक्ति के हस्ताक्षर अभियान के बाद आंदोलन संस्था के युवाओं द्वारा भाजपा नेताओं तथा रेल मंत्री का पुतला दहन तक पहुंच गया है. 

देखें वीडियो:
- ट्रेन के यात्रियों ने कहा बेहद सुखद रही है अनुभूति.
- बक्सर में युवाओं ने किया रेल मंत्री, सांसद का पुतला दहन, भाजपा नेताओं के विरुद्ध जमकर लगे नारे.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: रामायण सर्किट से जुड़े स्थलों के दर्शन कराने के लिए निकली स्पेशल ट्रेन (रामायण एक्सप्रेस) आठ सौ राम भक्तों के साथ शनिवार को सीतामढ़ी पहुंच गयी.  ट्रेन के पहुंचते ही विभिन्न संगठनों की ओर से भक्तों का भव्य स्वागत किया गया. जंक्शन के चारों तरफ सीताराम.., जय श्री राम.. की गूंज थी. आरती उतारकर व पुष्पवर्षा के बीच सभी को जानकी स्थान व पुनौरा धाम ले जाया गया. वहां से दर्शन के बाद सभी राम भक्त सड़क मार्ग से 40 बसों से जनकपुर के लिए रवाना हुए. वहीं दूसरी तरफ बक्सर में रामायण एक्सप्रेस के ना रोके जाने को लेकर बवाल अभी भी जारी है कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी से शुरू हुआ आक्रोश.  छात्रशक्ति के हस्ताक्षर अभियान के बाद आंदोलन संस्था के युवाओं द्वारा भाजपा के सांसद तथा रेल मंत्री का पुतला दहन तक पहुंच गया है.

रविवार को संस्था के संयोजक संदीप ठाकुर एवं जिला अध्यक्ष गिट्टू तिवारी के नेतृत्व में स्थानीय सिंडीकेट के समीप रेल मंत्री पीयूष गोयल का पुतला दहन किया गया इस दौरान रेल मंत्री तथा स्थानीय सांसद सह केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के विरुद्ध जमकर नारेबाजी हुई. युवा नेताओं का कहना था कि बिना बक्सर रुके रामायण एक्सप्रेस का निकल जाना पूरी तरह से यह प्रदर्शित करता है कि भाजपा नेताओं को इतिहास की जानकारी बिल्कुल भी नहीं है. बिना बक्सर के रामायण की कल्पना भी नहीं की जा सकती जिस नगरी में भगवान श्रीराम ने ज्ञानार्जन किया था ताड़का जैसी राक्षसी का संहार करके यह साबित किया कि वह स्वयं अवतार लेकर धरती पर पहुंचे हैं. उस धरती के महत्व को कम करने की साजिश के तहत भाजपा नेताओं ने रामायण एक्सप्रेस का ठहराव बक्सर नहीं होने दिया.

रामभक्तों में था उत्साह:  उधर मां सीता के प्राक्ट्य स्थल पर पहुंचने पर रामभक्तों के बीच गजब का उत्साह था. पहली बार दर्शन की ललक को लेकर वे ट्रेन के सीतामढ़ी रुकने का इंतजार कर रहे थे. ट्रेन में सैकड़ों भक्त थे जो पहली बार सीतामढी पहुंचे थे. इन भक्तों में से हरियाणा के श्यामलाल ने बताया कि मां जानकी की जन्मस्थली के बारे में किताबों में पढ़ा है.टीवी सीरियल के माध्यम से स्थल को देखा है. लेकिन आज पहली बार इस पावन धरती पर आने का एक अलग उत्साह है.
























No comments