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पासपोर्ट सेवा केंद्र बना हाथी का दाँत ..

भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा पूरे भारतवर्ष के डाकघरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र की स्थापना की गई है. जिसके तहत बक्सर में पिछले वर्ष 28 फरवरी को डाकघर में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला गया था. पासपोर्ट सेवा केंद्र के स्थापना का उद्देश्य लोगों को अनावश्यक भागदौड़ से छुटकारा दिलाते हुए उन्हें उनके गांव तथा शहर के नजदीक ही पासपोर्ट प्रदान करना है.  

-  वेरिफिकेशन में हो रही देरी के कारण महीनों का करना पड़ता है इंतज़ार.
- कर्मियों की कमी बन रही है काम में रोड़ा.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले में बहुत ही उम्मीदों के साथ खोले गए पासपोर्ट सेवा केंद्र में पहुँचने वाले लोगों को अब निराशा ही हाथ लग रही है. पासपोर्ट बनवाने को इच्छुक लोगों को पोस्ट ऑफिस में बने सेवा केंद्र के कर्मियों की कमी तथा कर्तव्य में लापरवाही के कारण उन्हें वेरिफिकेशन के लिए पटना जाना पड़ रहा है. कई आवेदक बताते हैं कि अगर वेरिफिकेशन के लिए पटना नहीं गए तो पासपोर्ट पायेगा इसकी कोई गारंटी नहीं है. ऐसे में पासपोर्ट केंद्र केवल हाथी का दांत बन कर रह गया है.

दरअसल, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के द्वारा पूरे भारतवर्ष के डाकघरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र की स्थापना की गई है. जिसके तहत बक्सर में पिछले वर्ष 28 फरवरी को डाकघर में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला गया था. पासपोर्ट सेवा केंद्र के स्थापना का उद्देश्य लोगों को अनावश्यक भागदौड़ से छुटकारा दिलाते हुए उन्हें उनके गांव तथा शहर के नजदीक ही पासपोर्ट प्रदान करना है.  पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू होने के बाद लोगों ने अपने आवेदन स्थानीय डाकघर में स्थित कार्यालय में जमा करना शुरू कर दिया. लेकिन, प्रक्रियाओं की जटिलता एवं वेरिफिकेशन में देरी के कारण लोगों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि पासपोर्ट के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद सत्यापन में ही 5 से 6 महीने लग जा रहे हैं आवेदक बताते हैं कि ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आवेदन पटना भेजना होता है. जिसके बाद उसका वेरिफिकेशन कराया जाता है तथा फिर पासपोर्ट बन पाता है. लेकिन, बक्सर पासपोर्ट सेवा केंद्र के अधिकारी आवेदनों को पटना भेजने में फुर्ती नहीं दिखाते हैं. जिसके कारण महीनों तक आवेदन बक्सर में हीं पड़ा रहता है. बड़की सारीमपुर के रहने वाले मो.सैफ खान बताते हैं कि बताया कि अधिकारी कहते हैं कि अगर बक्सर से आवेदन बनाना है तो पाँच माह में वेरिफिकेशन होगा. अन्यथा वेरिफिकेशन कराने के लिए पटना जाना होगा. ऐसे में बक्सर में पासपोर्ट सेवा केंद्र खोलने से क्या लाभ? दूसरी तरफ पासपोर्ट सेवा केंद्र में पहुंचने पर कर्मियों के द्वारा कर्तव्य में लापरवाही साफ तौर पर देखी गई. तीन बजने के बाद कर्मी ताला बंद कर बाहर घूमते नजर आया. पूछने पर बताया गया कि यह कर्मियों की कमी है केवल एक कर्मी के सहारे ही पूरा पासपोर्ट सेवा केंद्र चल रहा है.

इस संदर्भ में क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी प्रवीण मोहन सहाय को कई बार फोन करने पर भी उन्होंने फोन नहीं उठाया जिससे की उनका पक्ष प्राप्त नहीं हो सका.











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