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केंद्रीय कारा में खतरे में है कैदियों की जान ..

जेल के कबीर आश्रम, तुलसी आश्रम समेत कई वार्डों तथा अधिकारियों के आवास भी काफी जर्जर हालत में हैं. जिसके पुनरुद्धार को लेकर लेकर तकरीबन 3 वर्षों पूर्व विभागीय स्वीकृति भी मिल चुकी है. बावजूद इसके अभी तक इस संदर्भ में कोई पहल होती नहीं दिखाई दे रही.



- कभी भी धराशाई होने की स्थिति में है कई कैदी वार्ड.
- जर्जर जेल भवन के कायाकल्प के लिए फिर से होगा टेंडर.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कई वर्षों से चली आ रही कयावद के बावजूद केंद्रीय कराके कायाकल्प की कार्रवाई अब तक नहीं शुरू की गई है. उधर अब जेल का जर्जर भवन इस कदर बदहाल हो चुका है कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है. कारा अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा के  मुताबिक कारा महानिदेशक के निर्देशों के बावजूद भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों की सुस्ती के कारण पुनरुद्घार का कार्य अब तक शुरु नहीं हो सका है.  जिसके कारण बंदी जर्जर भवन में रहने को विवश हैं. उन्होंने बताया कि, जेल के कबीर आश्रम, तुलसी आश्रम समेत कई वार्डों तथा अधिकारियों के आवास भी काफी जर्जर हालत में हैं. जिसके पुनरुद्धार को लेकर लेकर तकरीबन 3 वर्षों पूर्व विभागीय स्वीकृति भी मिल चुकी है. बावजूद इसके अभी तक इस संदर्भ में कोई पहल होती नहीं दिखाई दे रही.
यहाँ बता दें कि, अंग्रेजों के जमाने से बनी केंद्रीय कारा की बदहाली तथा एक साथ पाँच कैदियों के भाग जाने की घटना के बाद सक्रिय हुए जिला प्रशासन के द्वारा जेल परिसर के अंदर कैदी वार्डो एवं अन्य भवनों की दुर्दशा को देखते हुए भवनों के पुनर्निर्माण हेतु कारा महानिदेशक को पत्र लिखा गया था.

प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के पश्चात भवन निर्माण विभाग के द्वारा 2 करोड़ 84 लाख रुपये की राशि से जेल भवन का पुनरुद्धार कराया जाना था. हालांकि, तकरीबन साढे 3 वर्ष बीत जाने के बावजूद अब तक इस कार्य में कोई पहल नहीं हो सकी है. विभागीय सूत्रों की मानें तो भवन निर्माण विभाग की सुस्ती एवं अन्य तकनीकी कारणों से जेल के भवनों का कायाकल्प रही हो पा रहा है. इस संदर्भ में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता का कहना है कि पिछले दिनों हुए टेंडर में केवल एक निर्माण एजेंसी द्वारा टेंडर भरे जाने के कारण पूरी प्रक्रिया रद्द कर दी गई थी. अब दोबारा नए सिरे से तकनीकी स्वीकृति के लिए प्रस्ताव अधीक्षण अभियंता को भेजा गया है. हालांकि, जेल के पेरीमीटर वॉल के चारों तरफ पाथ-वे का निर्माण शीघ्र शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जेल में कुछ काम पीएचइडी द्वारा भी किया जाना है. जिसके चलते भी विलंब हो रहा था. लेकिन, अब शीघ्र ही कार्य को शुरू किया जाएगा.













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