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ओडीएफ घोषित हो चुके नगर में स्वच्छता के दावे फेल ..

कहीं-कहीं तो एक भी किश्त नहीं मिली और कहीं मिली भी तो केवल एक किश्त देकर मामला लटका दिया गया. ऐसे में जो सक्षम थे उन्होंने शौचालय बनवाया और जो नहीं थे उनके शौचालय का काम अधूरा ही रह गया.
खलासी मोहल्ला में सड़क पर पसरी गंदगी

- नगर में कई स्थानों पर पसरी पड़ी है गंदगी, रेट को लेकर सफाई एजेंसी से नप की है तकरार.
- कई घरों में नहीं बन सके हैं शौचालय, कई लोग आदत से मजबूर.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर परिषद क्षेत्र को ओडीएफ घोषित हुए ढाई वर्ष हो गए, यह दावा नप प्रशासन ने किया है. परंतु शहर की नाली-गली की सफाई का जिम्मेदारी संभालने वाली नगर परिषद की कॉलोनी में ही स्वच्छता के तमाम दावे फेल नजर आ रहे हैं. नगर के कई घरों में से बहुतों में शौचालय नहीं है. इस में रहने वाले लोग शौचालय के अभाव में शौच नाली में ही बहाते हैं. जिससे नाली से उत्पन्न दुर्गंध के चलते आसपास के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
नगर परिषद कार्यालय के समीप पसरी गंदगी

परिषद कार्यालय के समीप ही पसरी है गंदगी नाक पर रुमाल रख कर चलते हैं लोग:

नगर परिषद जहां पूरे नगर में स्वच्छता के तमाम दावे करता है वहीं, नगर परिषद कार्यालय के समीप ही इतनी गंदगी पसरी हुई है. जिसकी दुर्गंध से आने जाने वाले लोगों को नाक पर रुमाल रखकर को जाना पड़ता है. बताया जा रहा है कि, यहां मछली बाजार लगता है जिसके कारण प्रतिदिन विक्रेता यहां गंदगी फैला कर चले जाते हैं. लेकिन, नगर परिषद के द्वारा नियमित सफाई नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी रहती है.

सोहनी पट्टी, बाइपास, सिंडिकेट, या नया बाज़ार हर जगह उड़ता है ओडीएफ का मखौल:

नगर के सोहनी पट्टी, खलासी मोहल्ला, सिंडीकेट, बाईपास रोड, नया बाजार की तरह कई ऐसे इलाके हैं जहां प्रतिदिन नगर के ओडीएफ होने का माखौल उड़ाया जाता है. सड़क के किनारे शौच करने वालों की संख्या में भले ही कमी आई हो लेकिन अब भी लोग नियमित रूप से खुले में शौच करने की परंपरा कायम रखे हुए हैं. सिंडिकेट के पास बना नया पुल कम इस्तेमाल होता है लेकिन, लोग इसपर शौच जरुर त्यागते हैं. पूछने पर स्थानीय लोगों ने बताया कि नगर परिषद ने उन्हें किस्तों में शौचालय बनवाने पर प्रोत्साहन राशि के भुगतान की बात कही थी. लेकिन, कहीं-कहीं तो एक भी किश्त नहीं मिली और कहीं मिली भी तो केवल एक किश्त देकर मामला लटका दिया गया. ऐसे में जो सक्षम थे उन्होंने शौचालय बनवाया और जो नहीं थे उनके शौचालय का काम अधूरा ही रह गया.

कहते हैं उप मुख्य पार्षद, आदत से मजबूर हैं लोग:

इस संदर्भ में पूछे जाने पर नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद इन्द्रप्रताप सिंह ने बताया कि, नगर के लगभग सभी घरों में शौचालय बना है. हालांकि लोग आदतन अभी भी खुले में शौच कर रहे हैं. ऐसे लोगों के विरुद्ध नियमित रूप से अभियान चलाया जाता रहता है. नहीं मानने वालों पर कारवाई भी होगी. नगर में पसरी गंदगी के संदर्भ में उन्होंने बताया कि, एजेंसी से रेट को लेकर कुछ विवाद है जिसके कारण सफाई की व्यवस्था में कुछ कमी है जिसे शीघ्र ही दूर कर दिया जाएगा.


















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