बिहार सरकार ने थमाया किसानों के हाथ में कटोरा - अनिल कुमार |
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर/पटना: जनतांत्रिक लोकहित पार्टी के तत्वावधान में पटना के गर्दनीबाग में किसानों की समस्या को लेकर एक दिवसीय धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। धरना की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार ने किया। इस धरने में भारी संख्या मेंं बिहार के कोने-कोने से आए किसानों ने भाग लिया। किसानों की कर्ज माफी, बंद पड़े नलकूपों को शीघ्र चालू करने सहित सात सूत्री मांगों को लेकर किसानों ने जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है, किसान विरोधी नीतिश सरकार होश में आओ, एवं बोल किसानों हल्ला बोल के गगनभेदी नारे धरना स्थल से बुलंद किए।
धरना कार्यक्रम में हजारों किसानों को संबोधित करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने अध्यक्षीय मंच से कहा कि विहार की किसान विरोधी नीतिश सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए किसानों को क्रिसी क्रांति का विगुल फूंकना होगा तभी बदहाल बिहार में खुशहाली एवं किसानों के चेहरे पर रौनक आएगी।उन्होंने नीतिश सरकार के क्रिसी रोड मैप पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि इसकी आड़ में सरकार एवं उसके अधिकारियों ने करोड़ों रुपये के राशि की भारी बंदरबांट करने का काम किया है।इससे विहार की क्रिसी व्यवस्था पटरी पर आने की बजाए इसने किसानों को दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर कर दिया। आगे उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत नलकूप बेकार होकर बंद हो चुके हैं तो सरकारी बीज उपलब्ध कराने के नाम पर आर्थिक दोहन कर सरकार घटिया किस्म के बीज किसानों को उपलब्ध करा रही है। इसके साथ ही विहार के किसानों के हितों के लिए आवंटित करोड़ो रूपये केंद्र सरकार को वापस करने पर उन्होंने जमकर नीतिश सरकार पर हमला किया। उन्होंने किसानों के अनुदान पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि नीतीश कुमार के खैरात ने तो किसानों को बर्बाद कर दिया।सूबे में क्रय केंद्र शोभा की वस्तु बनकर कमीशनखोरी का अड्डा हो गया है जहां किसान का अनाज नहीं वल्कि कागज और केवल आंकड़ों की खरीदारी होती है।उन्होंने नहरों में पानी के अभाव पर चर्चा के दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि कि नए नहरों के निर्माण की जगह सरकार के विभागीय मंत्री खुद ठेकेदार हो गए हैं। किसानों की समस्या से मुंह मोड़ नीतिश जी पी एम इन वेटिंग के आडंबर में चूर हसीन सपने देख रहे हैं। और दुसरी तरफ विहार का तंग तबाह किसान खेती से पलायन कर रहे हैं। वक्त आने पर सूबे विहार की जनता जब हिसाब मांगेगी तब नीतिश कुमार जी को अपने हसीन सपने की औकात मालुम होगी। धरना को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि और राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय सतीश कुमार जी ने कहा कि जिस चंपारण की धरती पर नीतीश जी सत्याग्रह शताब्दी समारोह मना रहे हैं वहीं पर दो किसानों द्वारा आत्मदाह करने का प्रयास नीतीश सरकार के मुंह पर तमाचा है। बिहार सरकार की गलत नीतियों ने विहार के किसानों को हाथ में कटोरा लेने एवं आत्महत्या करने की स्थिति में ला खड़ा कर दिया है। जलोपा के सिपाहियों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि सता परिवर्तन के लिए अपने खून-पसीने की आहुति आंदोलन में देनी होगी। तभी नव विहार का निर्माण के साथ ही किसानों को अपनी सरकार बनाने का सपना साकार होगा। इसके लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं से बिहार के कोने कोने में किसानों को गोलबंद कर सत्याग्रह छेड़ने की अपील की। साथ ही संविधान के साथ छेड़छाड़ करने की साजिश करने का प्रयास करने वाली केंद्र सरकार के खिलाफ भी किसान मजदूर एवं वंचितों को कमर के कर तैयार रहने की आवश्यकता बताई ताकि गांधी, अम्बेडकर, पटेल के सपनों का संविधान सुरक्षित रह सके।
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