ताड़ से गिरे, खजूर पर अटके ! हाल निजी विद्यालय का ..
बेहतर शिक्षा के नाम पर निजी विद्यालय छात्रों का मानसिक, आर्थिक व शारिरिक शोषण करने में लगे हैं
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सूबे के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा का गिरता स्तर किसी से छिपा नहीं है. एक ओर जहाँ सरकारी स्कूल में बेहतर शिक्षा का आभाव हैं तो वहीं दूसरी तरफ बेहतर शिक्षा के नाम पर निजी विद्यालय छात्रों का मानसिक, आर्थिक व शारिरिक शोषण करने में लगे हैं. सरकारी शिक्षा व्यवस्था से हताश निराश अभिभावक उसी प्राईवेट स्कूल में अपने छोटे छोटे बच्चों को पढने भेजते हैं जहाँ बेहतर शिक्षा देने के नाम पर बच्चो का शोषण किया जाता हैं.यही नहीं आजकल स्कूल संचालक बच्चों से वह काम भी करा रहे हैं जो नैतिकता के आधार पर भी कहीं से ठीक नहीं है.
इस ख़बर के साथ हम एक तस्वीर भी प्रकाशित कर रहे हैं. उक्त तस्वीर में जो बच्चो की स्थिति दिख रही हैं इससे स्पष्ट दिखता है कि स्कूल संचालकों का देश के नौनिहालों के प्रति क्या नजरिया व जबाबदेही हैं. तस्वीर में स्पष्ट दिख रहा है कि 5 से लेकर 7 साल तक के बच्चे स्कूल की गाड़ी को सड़क पर धक्का लगा रहे हैं.
तस्वीर स्थानीय रेड रोज कॉन्वेन्ट स्कूल की हैं. इस मामले में जब स्कूल के संचालक नसीम अख्तर से बात कि गई तो उन्होंने बताया कि ड्राईवर ने गलती की है. उसे डाँट दिया जायेगा.
अब सवाल यह उठता हैं कि क्या संचालक महोदय सिर्फ डांट कर जिम्मेवारी से पल्ला झाड़? गोपानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा नज़ारा रोज-रोज दिखता हैं.
- रजनीश प्रताप की रिपोर्ट
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