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नवजात की मौत पर हंगामा, अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप ..

हंगामे की खबर मिलते ही सदर अनुमंडल अधिकारी के निर्देश पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने किसी तरह हंगामे को शांत कराया

- एसडीएम ने दिए जाँच के निर्देश.

- खून की कमी के कारण महिला की हालत हुई गंभीर.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर थाना क्षेत्र के आईटीआई मैदान के समीप एक अस्पताल में गर्भ में बच्चे की मौत और गर्भवती महिला की तबीयत खराब होने पर परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया तथा अस्पताल में जमकर हंगामा किया. हंगामे की खबर मिलते ही सदर अनुमंडल अधिकारी के निर्देश पर पहुंची नगर थाना पुलिस ने किसी तरह हंगामे को शांत कराया. बाद में महिला को सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां से उसे अन्यत्र रेफर कर दिया गया.

इस संदर्भ में अस्पताल प्रबंधक भृगुनाथ यादव से मिली जानकारी के अनुसार बड़का सिंघनपुरा के रहने वाले मुन्ना यादव की 9 माह की गर्भवती पत्नी रिंकू देवी(35 वर्ष) को उनके अस्पताल में 23 नवंबर को भर्ती कराया गया था. रक्ताल्पता के कारण चिकित्सकों ने महिला को चार यूनिट रक्त चढ़ाने की बात बताई. साथ ही मरीज को बाहर ले जाने की बात भी कही गयी. हालांकि, महिला को बाहर नहीं ले जाया गया तथा मरीज के परिजनों द्वारा रेडक्रॉस के रक्त अधिकोष से 1 यूनिट खून लाकर चढ़ाया गया. बाद में रक्त अधिकोष में रक्त नहीं होने के कारण पटना से मरीज के परिजनों ने पटना स्थित किसी अस्पातल से एक यूनिट खून मंगवा कर मरीज को चढ़वाया.

इसी बीच 25 नवम्बर को महिला का सिजेरियन से एक बच्चा पैदा हुआ जो मृत था. बच्चे को देखते ही परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. उनका कहना था कि चिकित्सक की लापरवाही से बचे की जान गई है. परिजनों के साथ कुछ स्थानीय लोग भी अस्पताल में पहुंचकर हल्ला-हंगामा करने लगे जिसकी सूचना अनुमंडल अधिकारी को दी गई उसके बाद पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया.

मामले में सदर अस्पताल के चिकित्सक डॉ. डीएन पांडेय ने बताया कि अस्पताल में पहुंची महिला की हालत गंभीर होने के कारण उसे अन्यत्र रेफर कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि पेट में बच्चे की मृत्यु के कारण उसकी तबीयत खराब हो गई थी. वहीं सदर अनुमंडलाधिकारी ने बताया कि सिविल सर्जन को मामले की जाँच करने के निर्देश दिए जा रहे हैं.























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