किशोरी के साथ दुष्कर्म का प्रयास, जीआरपी जवान गिरफ़्तार ..
अपनी बाइक लेकर आया और किशोरी को बक्सर इटाढ़ी मार्ग पर डीएवी के सामने पांडेयपट्टी मार्ग में सुनसान में ले जाकर चाकू की नोक पर दुष्कर्म का प्रयास किया.
- नगर थाने में दर्ज कराया गया है मामला.
- पटना जीआरपी में कार्यरत है आरोपी जीआरपी जवान.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर में झाड़-फूंक कराने आई एक दलित किशोरी का कथित तांत्रिक और उसके सहयोगी के मिलीभगत से अपहरण कर दुष्कर्म की नाकाम कोशिश किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में पीड़िता की मां के बयान पर नगर थाना में घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मामले में पटना जीआरपी में कार्यरत एक एएसआई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
थानाध्यक्ष दयानंद सिंह ने बताया कि घटना शुक्रवार की है, लेकिन मामले का खुलासा शनिवार को किशोरी के बयान से हुआ. राजपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला अपनी 15 वर्षीय पुत्री की झाड़फूंक कराने के लिए नया बाजार मठिया मोड़ और सदर अस्पताल के बीच मौजूद ब्रह्म स्थान पर झाड़फूंक कराने आई थी. जिसके लिए वहां मौजूद कथित तांत्रिक इटाढ़ी के खतिबा निवासी 50 वर्षीय रामेश्वर सिंह ने बुलाया था. कथित तांत्रिक पटना जीआरपी में एएसआई के पद पर तैनात है. इसके लिए मां-बेटी दोनों सुबह ही ब्रह्म स्थान पर पहुंच गए थे. शाम सात बजे तांत्रिक ने इटाढ़ी रोड में मौजूद किसी बाबा के यहां मत्था टेकने का सुझाव दिया. इसके लिए उसका एक शिष्य धनसोई के 18 वर्षीय टुनु राय अपनी बाइक लेकर आया और किशोरी को बक्सर इटाढ़ी मार्ग पर डीएवी के सामने पांडेयपट्टी मार्ग में सुनसान में ले जाकर चाकू की नोक पर दुष्कर्म का प्रयास किया. हालांकि, हिम्मत दिखाते हुए किशोरी युवक के हाथ को दांत से काट वहां से भाग निकली.
उधर, मां अपनी बेटी का इंतजार कर ही रही थी कि लगभग एक घंटा बाद तांत्रिक के शिष्य को अकेले आते देख किसी अनहोनी की आशंका से वो ग्रसित हो उठी और बेटी के बारे में पूछा. तब उसी बाइक पर तांत्रिक भी बैठकर भागने का प्रयास किया. किशोरी की मां ने उसे पकड़कर शोर मचाना शुरू किया. स्थानीय लोगों के प्रयास से जीआरपी का जवान पकड़ लिया गया. वही उसका शिष्य भागने में कामयाब रहा. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. तांत्रिक को गिरफ्तार कर पुलिस गायब हो चुकी किशोरी की तलाश में रात भर शहर से लेकर आसपास के कई गांवों और सड़क किनारे के झाड़ियों में तलाश करती रही. तांत्रिक के चंगुल से भागने के बाद किशोरी लगभग दो किलोमीटर दौड़ते हुए मुख्य मार्ग पर पहुंची। जहां एक ट्रैक्टर चालक ने उसकी मदद की तथा उसे उसके किसी रिश्तेदार के यहां पहुंचा दिया था. मामले को लेकर नगर में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा. स्थानीय लोगों की माने तो उक्त ब्रह्म चौरा पर लगने वाले अंधविश्वास के मेले में दूर दराज से आने वाली महिलाओं को शोषण का शिकार बनाया जाता रहा है.
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