विपक्षी नहीं अपने ही बने चौबे जी के लिए चुनौती ..
भाजपा में पिछले एक साल से कार्यकर्ताओं का एक तबका किसी स्थानीय नेता को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग को लेकर अभियान चला रहा था. इसके लिए सोशल मीडिया से लेकर पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में वे लोग आवाज उठा रहे हैं
- पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों ने किया किनारा
- स्थानीय नेता की मांग पर चुनाव मैदान में उतरे विनोद चौबे व रवि राज
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: महागठबंधन की ओर से शुक्रवार को बक्सर लोकसभा के लिए जगदानंद सिंह को प्रत्याशी बनाने की घोषणा के साथ ही चुनावी रण का असमंजस खत्म हो गया. एनडीए से पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के नाम की घोषणा हो चुकी है. राजग की ओर से प्रत्याशी की घोषणा के बाद श्री चौबे शनिवार को पहली बार क्षेत्र में आ रहे हैं. चुनावी रण में उतरने से पहले उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती अपने ही घर में असंतोष को दूर करने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने की होगी.
भाजपा में पिछले एक साल से कार्यकर्ताओं का एक तबका किसी स्थानीय नेता को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग को लेकर अभियान चला रहा था. इसके लिए सोशल मीडिया से लेकर पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में वे लोग आवाज उठा रहे हैं. पार्टी के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य परशुराम चतुर्वेदी खुलेआम इसके लिए अभियान चला रहे थे. प्रत्याशी के रूप में श्री चौबे के नाम की घोषणा होते ही पार्टी के नेता तथा आईआरएस बिनोद चौबे मैदान में उतर चुके हैं. उनका दावा है कि इस बार जनता बाहरी को वोट नहीं देगी. उधर भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रविराज ने इस्तीफा दे दिया और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. श्री राज का कहना है कि पार्टी में छोटे कार्यकर्ताओं को तरजीह नहीं मिल रही थी. हालांकि, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हिमांशु चतुर्वेदी कहते हैं कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और चुनाव के समय यह सब होता है. हालांकि, आईटी जिला अध्यक्ष नितिन मुकेश ने कहा कि लोकसभा क्षेत्र में अश्विनी चौबे के नेतृत्व में कई बेहतर कार्य हुए हैं.
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