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अश्विनी चौबे के बिगड़े बोल अबकी बार न्यायपालिका पर उठाई उंगली ..

उन्‍होंने कहा है कि बक्‍सर प्रशासन के रवैये से डर का माहौल है. वे यहीं पर नहीं रुके और कहा कि न्‍यायालय का मैं सम्‍मान करता हूं, लेकिन वहां भ्रष्‍टाचार व्‍याप्‍त है. कर्मचारी दक्षिणा लेते हैं. 


- रघुनाथपुर में संकल्प सभा के दौरान दिया विवादित बयान
- बोले न्यायालय के भ्रष्टाचार को नहीं करेंगे बर्दाश्त.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: कार्यकर्ता चाहे भाजपा को  कितनी भी अनुशासित पार्टी कह ले लेकिन कुछ वाकये ऐसे सामने आ ही जाते हैं. जिससे कि अनुशासन तार- तार होता दिखाई देता है. केंद्रीय राज्‍य मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी अश्विनी कुमार चौबे की ओर से बक्सर एसडीएम केके उपाध्याय के साथ बदसलूकी किए जाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि एक बार फिर उन्होंने विवादित बयान दिया है. उन्‍होंने कहा है कि बक्‍सर प्रशासन के रवैये से डर का माहौल है. वे यहीं पर नहीं रुके और कहा कि न्‍यायालय का मैं सम्‍मान करता हूं, लेकिन वहां भ्रष्‍टाचार व्‍याप्‍त है. कर्मचारी दक्षिणा लेते हैं. 

बता दें कि 30 मार्च काे बक्‍सर जाने के क्रम में आदर्श आचार संहिता का उल्‍लंघन करने से एसडीएम ने रोका था, तो वे उनझे ही उलझ गए थे. इस पर चौबे व उनके 150 समर्थकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

दरअसल अपने बयानों से सुर्खियों में रहनेवाले स्थानीय सांसद सह केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे गुरुवार को फिर बक्‍सर पहुंचे. बीजेपी ने इस बार भी उन्‍हें लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्‍मीदवार बनाया है. बक्‍सर के रघुनाथपुर में बीजेपी की ओर से विजय संकल्प सम्मेलन आयोजित किया गया था. उसी में भाग लेने के लिए अश्विनी चौबे और केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिवप्रताप शुक्ला पहुंचे थे.

इसी दौरान मंच से भाषण देते हुए चौबे ने प्रशासन व न्‍यायालय को कठघरे में खड़ा कर दिया. खास बात कि इस बार उनके निशाने पर प्रशासन व न्‍यायालय के अलावा मीडिया भी रही. विपक्ष तो उनके निशाने पर पहले से ही है. चौबे ने जिला प्रशासन को भी आड़े हाथों लिया। कहा कि जिला प्रशासन के रवैये से आम जनता में भय का माहौल है. दरअसल, पिछले दिनों अश्विनी कुमार चौबे पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज होने के बाद वे पहली बार बक्‍सर पहुंचे थे.

उन्होंने न्यायालय को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मैं न्यायालय का सम्मान करता हूं, लेकिन जिस तरीके से न्यायालय में भ्रष्टाचार व्याप्त है, वह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़ती है। हमलोग चौकीदार हैं और भ्रष्‍टाचार की लड़ाई लड़ते रहेंगे. 

अश्विनी चौबे के इस विवादित बयान के बाद सियासी माहौल गर्म हो गया है. मामले में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता टीएन चौबे ने कहा है कि अश्विनी चौबे हार के दर से बौखलाए हुए हैं जिसके बाद वह अनाप-शनाप कार्य कर रहे हैं. इसी क्रम में उन्होंने इस तरह का बयान दिया है. कांग्रेसी नेता ने कहा कि न्यायपालिका पर उंगली उठा कर उन्होंने भारतीय संविधान को चुनौती दी है. जनता ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगी.











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