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योग के साथ निरोग रहने का लिया गया संकल्प ..

सुबह 6 बजने के साथ ही साथ ही सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दीप जलाकर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया. उन्होंने अपने उद्बोधन में उन्होंने निरोगी काया व सुखी जीवन के लिए योग क्रिया को अनिवार्य बताया.  श्री तिवारी ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है.
योग मुद्रा में बैठे एसडीपीओ व अन्य

- किला मैदान में आयोजित था कार्यक्रम.
- पतंजलि, क्रीड़ा भारती व आर्ट ऑफ लिविंग का था संयुक्त आयोजन.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर:  कल-कल बहती गंगा तट पर अवस्थित धार्मिक नगरी बक्सर का ऐतिहासिक किला मैदान शुक्रवार को छठवें अंतर्राष्ट्रीय दिवस समारोह का गवाह बना. मैदान के खुले आकाश के नीचे बड़े भू-भाग पर हरे रंग की चटाई कतारबद्ध बिछी थी. वहां पतंजलि योग समिति, आर्ट ऑफ लिविंग तथा क्रीड़ा भारती के द्वारा नियत समय का इंतज़ार किया जा रहा था. प्रात: पांच बजते ही आमलोगों का पहुंचना शुरू हो गया. आने वालों में बुजुर्ग से लेकर किशोर व युवक भी शामिल थे. सभी अपने - अपने आसन पर विराजमान होकर सुबह 6:00 बजे से योगाभ्यास में जुट गए.

सुबह 6 बजने के साथ ही साथ ही सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दीप जलाकर समारोह का विधिवत उद्घाटन किया. उन्होंने अपने उद्बोधन में उन्होंने निरोगी काया व सुखी जीवन के लिए योग क्रिया को अनिवार्य बताया.  श्री तिवारी ने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य देन है. जिसे हमारे ऋषि-मनिषियों ने धरोहर के रूप में सुरक्षित व प्रचारित कर भारत को विश्व गुरु बनाया. योग अध्यात्मिक, चिकित्सकिय व वैज्ञानिक दृष्टि से सभी व्यक्ति के लिए आवश्यक है. मंचासीन लोगों में एसडीपीओ सतीश कुमार, रेडक्रॉस के सचिव डॉ.श्रवण कुमार तिवारी, भारत स्वाभिमान के जिला प्रभारी सत्यदेव प्रसाद, आर्ट आफ लिविंग के दीपक पांडेय सुप्रसिद्ध चिकित्सक डा.महेन्द्र प्रसाद, डॉ. हनुमान प्रसाद अग्रवाल, डॉ. रमेश सिंह, भाजपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी प्रदीप दूबे, भाजपा नेता परशुराम चतुर्वेदी, प्रकाश पांडेय, जदयू नेता संजय सिंह, पंकज मानसिंहका, नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे.

उद्धाटन की रस्मअदायगी के बाद'ऊं संगच्छध्वं, सं वो मनांसि जानताम्..'प्रार्थना से योग का शुभारंभ किया गया. प्रशिक्षित शिक्षकों निर्देशन में निर्धारित प्रोटोकाल के तहत योग के विभिन्न आसानों के बारे में समझाते हुए व्याहारिकता प्रदान की गई. जिसका अनुकरण करते हुए तथा आडियो की शब्द ध्वनियों को सुनकर सभी योगार्थी उसका अनुपालन करते रहे. यह प्रक्रिया करीब घंटे भर जारी रहने के बाद संकल्प पाठ हुआ तथा आखिर में 'सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया:, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दुख भाग्भवेत.'के साथ समारोह को विराम देने की घोषणा की गई. समारोह को सफल बनाने में हरिशंकर गुप्ता, नेत लाल वर्मा समेत कई लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. योग दिवस के अवसर पर ईश्वर ने भी लोगों का भरपूर साथ दिया. सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे, जिसके कारण लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा.

21 योग क्रियाओं की मिली शिक्षा:

योग दिवस समारोह के दौरान योग की 21 क्रियाओं की शिक्षा दी गई. योग के विभिन्न आसानों को बताने के लिए विशेषज्ञ प्रशिक्षक तैनात थे. जो क्रियात्मक तरीके से खुद करते हुए वैसा ही करने का ज्ञान देते थे. इसको लेकर जिले भर में दर्जनों जगहों पर समारोह आयोजित किए गए थे. जहां भारी संख्या में पहुंचकर लोगों ने योग के महत्व को जाना तथा योगासनों के माध्यम से उसकी अनुभूति प्राप्त की.









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