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आशीष हत्याकांड के बाद चौतरफा आक्रोश, विरोध मार्च निकालकर किया पुतला दहन ..

प्रदर्शन करने के बाद एसडीपीओ को मांग पत्र सौंप कर वापस राजगढ़ चौक वापस आ गया. मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा हत्यारों से गिरफ्तारी के लिए मांग की.

- मामले को लेकर डुमराँव एसडीपीओ को सौंपा गया मांग पत्र.
- अपराधियों की गिरफ्तारी को पुलिस के लिए बताया चुनौती.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: डुमराँव के अपहृत रिटायर्ड फौजी के पुत्र आशीष की हत्या के बाद एक तरफ जहां परिजनों के बीच शोक की लहर है. वह अन्य लोगों के बीच खासा आक्रोश भी पनप गया है. इसका उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब डुमराँव नगर में स्वयंशक्ति, विद्यार्थी परिषद तथा अन्य स्थानीय लोगों के साथ जमकर पुलिस के विरुद्ध नारेबाजी तथा प्रदर्शन किया गया. इस दौरान डुमराँव बंद का भी आह्वान किया गया था. स्वयंशक्ति संगठन के नेतृत्व में आक्रोश मार्च निकाला गया था जो कि राजगढ़ चौक से शुरु होकर गोला रोड होते हुए नगर थाने पहुंचा. जहां प्रदर्शन करने के बाद एसडीपीओ को मांग पत्र सौंप कर वापस राजगढ़ चौक वापस आ गया. मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा हत्यारों से गिरफ्तारी के लिए मांग की. इस दौरान विशाल, विकास, सोनाली, शिवम, आशुतोष तिवारी, सौरभ, मनोज सिंह, अरविंद शर्मा, गुलाम सरवर, गुड्डू राय, कमलेश तुरहा, दीपक तिवारी, पीयूष उपाध्याय, शिबू पांडेय, मुन्ना पांडेय, संजय शर्मा, संदीप ठाकुर, सुनील प्रजापति, रंजन, रोबिन चौबे, रवि सिन्हा समेत कई लोग उपस्थित रहे. 


वहीं विद्यार्थी परिषद डुमराँव इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा राज हाई स्कूल के पास से निकलते हुए डुमराँव थाना मेन रोड गोला रोड मुख्य मार्ग होते हुए शहीद स्मारक के रास्ते थाने के सामने पहुंचकर आमसभा की गई. तत्पश्चात बक्सर एसपी का पुतला दहन किया गया सभा का संचालन अभिषेक पाठक ने किया. वहीं आम सभा को संबोधित करते हुए विद्यार्थी परिषद बक्सर भोजपुर जिले के विभाग संयोजक दीपक यादव ने कहा कि 7 अगस्त को आठवीं के छात्र आशीष का अपहरण कर लिया गया था और 24 अगस्त को घर से मात्र 1 किलोमीटर की दूरी पर छत-विछत अवस्था में उसका शव मिला. इस घटना के बाद पुलिस की नाकामयाबी स्पष्ट होती है. सामाजिक कार्यकर्ता राजीव रंजन सिंह ने कहा कि यह एक जघन्य अपराध है. इससे बड़ी कोई घटना नहीं हो सकती. यह घटना सीधा-सीधा प्रशासन की नाकामयाबियों को सिद्ध कर रहा है. ऐसे में प्रशासन को इससे चुनौती समझ कर जितना जल्द हो अपराधियों को गिरफ्तार करने का प्रयास करना चाहिए. कार्यक्रम का नेतृत्व नगर मंत्री लक्ष्मण कुमार ने किया. मौके पर संटू मित्रा, सुजीत सिंह, बाबूलाल राम, रोशन कुमार, वेद प्रकाश, संजय, विनीत, सुमंत, गोलू समेत सैकड़ों युवा मौजूद थे. 

दूसरी तरफ डुमराँव नगर निवासी तथा सामाजिक कार्यकर्ता डब्लू तिवारी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि अब तो उन्हें अपने बच्चों को लेकर भी डर लगने लगा है. ऐसे में स्थिति यह बन रही है कि लोगों को शहर छोड़कर कहीं और जाना पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि, प्रशासन आशीष को तो जिंदा नहीं लौटा सकी, लेकिन कम से कम अब उन अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें. जिन्होंने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया है.












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