Buxar Top News: श्री विधि से 12 दिनों रोपनी हेतु उपयुक्त हो जाता है बिचड़ा - देवनंदन राम |
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बुधवार को जिले के राजपुर प्रखण्ड के रसेन व
चैसा प्रखंड स्थित चैसा बामें आत्मा चैपाल का आयोजन किया गया। चौपाल के दौरान
आत्मा के प्रोजेक्ट डायरेक्टर देवनंदन राम ने खरीफ फसलो के ज्वलंत समस्याओ के बारे
में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि नर्सरी डालने से पूर्व बीज शोधन करना नितांत जरुरी है। इस क्रिया से बीज जनित रोग जिसमे फाल्स स्मट इत्यादि रोग प्रमुख है इससे बचाव होता है। इस बाबत बीज को भिगोने के उपरांत छानकर प्रति किलोग्राम बीज हेतु दो ग्राम कार्बेन्डाजिम एवं एक ग्राम स्ट्रेप्तोस्यकलिन से कोट चढ़ाकर विशेषज्ञ की सलाह पर नर्सरी में बीज गिराए धान की रोपाई उपरांत खरपतवार की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है जिसमे एक एकड़ हेतु 600 एम एल प्रेटिलाक्लोर प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि श्री विधि से 12 दिन तथा सामान्य विधि में 25 दिन का बिचड़ा रोपनी करने हेतु उपयुक्त होता है। आत्मा चौपाल अंतर्गत राजपुर प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुशील कुमार, चौसा प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी महेश कुमार, जिला उद्यान पदाधिकारी कमलेश सिंह, नरेश कुमार, अनिल कुमार के अलावे किसान शिवधर सिंह, श्रीभगवान कुशवाहा, शैलेश कुशवाहा, राकेश चौधरी, मुसाफिर सिंह सहित अन्य कृषक उपस्थित रहे।
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