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Buxar Top News: रविवार को बक्सर आ रहे हैं अंतर्राष्ट्रीय वक्ता व शांतिदूत प्रेम रावत..

शांतिदूत के रूप में सम्मानित,अंतर्राष्ट्रीय वक्ता प्रेम रावत रविवार को बक्सर जिले के चौसा में आ रहे है.

- 100 से अधिक देशों में पहुंचा चुके हैं प्रेम का संदेश.
- चौसा के पॉवर प्लांट परिसर में होगा कार्यक्रम.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जीवित मनुष्य के जीवन में असीम समस्याएं हैं. मानव जीवन में जिनके यहां शांति है वह वास्तव में धनी है. जिस प्रकार मनुष्य जीवन के लिए भोजन,पानी और घर का होना जरूरी है उसी प्रकार इस जीवन का आनंद लेने के लिए शांति का होना जरूरी है.जो हरेक मनुष्य के अंदर है. इसी मानवता एवं शांति के इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने के लिए शांतिदूत के रूप में सम्मानित,अंतर्राष्ट्रीय वक्ता प्रेम रावत रविवार को बक्सर जिले के चौसा में आ रहे है. श्री रावत आठ साल की उम्र से लेकर आज तक प्रेम रावत शांति के इस संदेश को 100 से अधिक देशों में पहुंचा चुके है. शांतिदूत को यूरोपियन व ब्राजील आदि देशों कई संस्थाओं द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है. चौसा अखौरीपुर गोला के पास चौसा थर्मल पावर प्लांट परिसर में रविवार को आयोजित होने वाले उक्त शांति का संदेश कार्यक्रम के स्थानीय मीडिया संयोजक नीरज कुमार ने बताया कि प्रेम रावत जी नियमित रूप से विश्व की कई सांसदों, विश्वविद्यालयों, जेलों, टीवी चैनलों व रेडियो आदि अन्य प्रतिष्ठित मंचों से शांति का संदेश को 70 भाषाओं में अनुवाद कर 12 करोड़ श्रोताओं को सुनाया जा चुका है. युवा लोगों की एक पहल है, जो विविध संस्कृति, व्यवसाय, और देशों के लोगों ने एकजुट हो कर शुरू किया है. हमारा विश्वास है की व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास से हम इस दुनिया को खुबसूरत और शांतिमय बना सकते हैं. YPI ५० से अधिक देशों में शांति की लहर के प्रचार में सक्रिय है. हमारी प्रेरणा के श्रोत श्री प्रेम रावत हैं. 

श्री प्रेम रावत, जो मानद उपाधि महाराज जी के नाम से भी प्रख्यात हैं, पिछले चार दशक से शान्ति का सन्देश पूरे विश्व में लोगों तक पहुंचा रहे हैं. उनका कहना है की
“हर मनुष्य के अन्दर एक बहुत ही सुन्दर अनुभव है, जहाँ पहुँच कर हम परम शान्ति और आनंद को महसूस कर सकते हैं. और उस अनुभव तक पहुँचने के लिए मैं आपकी मदद कर सकता हूँ.”

उनका सन्देश सिर्फ शब्दों तक ही सीमित नहीं है. लोगों को उस शान्ति तक पहुँचने के लिए वे उनका मार्गदर्शन भी करते हैं.

महाराजी को उनके महान कार्य के लिए संसार के कई देशों में सम्मानित किया गया है. उन्होंने संसार के ९० से अधिक देशो में लोगों को संबोधित किया है. पूरी दुनिया के अनेक विश्वविद्यालयों और सामाजिक संगठनो द्वारा उन्हें नियमित रूप से आमंत्रित किया जाता है. उनके सन्देश का अनुवाद ७० भाषाओं में किया गया है जिसे १०० से भी ज्यादा देशों में उपलब्ध कराया जाता है. 

महाराजी अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बावजूद सामाजिक कार्यो में भी रूचि लेते हैं. उनके द्वारा स्थापित संस्था प्रेम रावत फाउंडेशन ने संसार में अनेक जगह लोगों की मदद की है. भारत में राज विद्या केंद्र संस्था द्वारा दिल्ली और रांची में समय-समय पर निशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया.
 














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