Buxar Top News: प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यों में शिथिलता पर डीएम ने जताई नाराज़गी, सात निश्चय योजनाओं में घटिया सामग्री के इस्तेमाल पर एजेंसी पर कार्रवाई की कही बात ..
पाईप द्वारा जल रिसाव पर डीएम ने कहा कि सभी की जांच कर ली जाए कि पाईप उतम कोटि का है या नहीं. खराब पाईप लगने पर पदाधिकारी के साथ एजेन्सी पर भी कार्रवाई की जायेगी.
- जिलाधिकारी ने की विभिन्न विभागों की समीक्षा.
- वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक कार्यों को पूरा किए जाने का दिया निर्देश.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सोमवार को समाहरणालय के सभागार में जिला विकास समन्वय समिति की मासिक बैठक जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न की गई. इंदिरा आवास योजना के तहत वर्ष 2010 से मार्च 2016 तक के कुल स्वीकृत 38930 में से 33702 आवास पूर्ण कर लिया गया है. 3288 अभी भी लंबित है, जिसे 31 मार्च तक पूर्ण करने का निदेश दिया गया. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वर्ष 2016-17 में कुल लक्ष्य 4630 के विरूद्ध 4046 की स्वीकृति उपरान्त 3385 को प्रथम अग्रिम, 868 को द्वितीय अग्रिम तथा 151 को तृतीय अगअग्रम का भुगतान किया गया है. अब तक 51 आवास निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया है. लक्ष्य प्राप्ति का शिथिलता पर नाराजगी व्यक्त की गई तथा कार्य में तेजी लाने का निदेश दिया गया. डीएम द्वारा सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल तथा पक्की गली-नाली का प्रखंडवार समीक्षा की गई. नल की जल के तहत शत्-प्रतिशत तथा पक्की गली-नाली के तहत प्रथम चरण में 60 प्रतिशत की राशि निर्माण कार्य के लिए उपलब्ध करा देना है. वर्ष 16-17 एवं 17-18 के कुल लक्ष्य 637 वार्डो के आलोक में 313 वार्डों में कार्य प्रारंभ हो गया है. लक्ष्य के तहत सभी का प्राक्कलन बनाकर 31 मार्च तक पूर्ण कर लेने का निदेश दिया गया. पाईप द्वारा जल रिसाव पर डीएम ने कहा कि सभी की जांच कर ली जाए कि पाईप उतम कोटि का है या नहीं. खराब पाईप लगने पर पदाधिकारी के साथ एजेन्सी पर भी कार्रवाई की जायेगी. उक्त दोनों का जिस वार्ड में कार्य शुरू हो गया है, उसे शीघ्र पूरा कर लेना है. पीएचईडी अभियंता को भी निदेशित किया गया कि जिले में कुल 63 वार्डों को आपके लिए जो चिन्हित किया गया है, उसका भी प्राक्कलन बनाकर शीघ्र कार्य शुरू करा दें. पक्की गली-नाली निर्माण के तहत वर्ष 16-17 एवं 17-18 के लक्ष्य 987 में से 437 वार्डों का कार्य प्रगति पर है. डीएम द्वारा बैठक के एक दिन पूर्व प्रगति प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराये जाने पर नाराजगी व्यक्त की गई तथा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को निदेशित किया गया कि प्रत्येक सोमवार के शाम तक हस्ताक्षरित प्रगति प्रतिवेदन उपलब्ध करा दिया जाय, ताकि विभाग को भेजा जा सके। नल का जल, पक्की नाली-गली तथा ओडीएफ के कार्यों की प्राथमिकता के तहत युद्ध स्तर पर लगकर लक्ष्य की प्राप्ति कर लेनी है. डीएम द्वारा खुले में शौच से मुक्ति के तहत सभी घरों में शौचालय बनाने के अभियान की समीक्षा की गई तथा प्रगति की सराहना के साथ खुशी व्यक्त की गई कि गांव एवं टोलो के लोग अब पूर्णरूप से जाग गये हैं। अब बचे लोग गड्ढ़े खोदवाकर शौचालय बनवा रहे हैं। इसके तहत 43457 का जियो टैगिंग अब तक किया गया है तथा 51070 का मिस इन्ट्री भी कर लिया गया है. पश्चात् 3890 परिवार को प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया गया है. जिला स्थापना दिवस 17 मार्च के अवसर पर हरेक पंचायत के बचे घरों में कम से कम 50 गड्ढ़ा खोदवाने का लक्ष्य सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों के समक्ष रखा गया है. जियो टैंगिग भी 17 मार्च तक 50 प्रतिशत हो जानी चाहिए. इससे कम रहने पर संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई की जायेगी. चार महीना के अन्दर पूरे जिले को भी पूर्ण रूप से ओडीएफ घोषित किया जाना है. इसके लिए सभी को जोश के साथ लग जाना है. इसके अलावा डीएम द्वारा प्रखंड से संबंधित कृषि, विधि, भवन निर्माण, लोकायुक्त, सांख्यिकी, सेवान्त लाभ, नजारत आदि विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की गई तथा निदेश दिया गया कि वितीय वर्ष की समाप्ति तक अपने लक्ष्य के अनुरूप कार्य पूर्ण कर लिया जाए. बैठक में डीडीसी अरविन्द कुमार दोनों एसडीओ एवं तकनीकी पदाधिकारियों के साथ सभी बीडीओ उपस्थित रहे.

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