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Buxar Top News: वाहन की टक्कर में मृत व्यक्ति की हुई पहचान, परिजनों ने उठाए सवाल ..



करीब आधे घंटे तक तड़पने के बाद स्थानीय लोगो ने पुलिस को सूचना दी. हद तो तब हो गई जब किसी ने सड़क पर गिरा मोबाइल उठा लिया और चलता बना.


- पहचान नही होने से शव गृह में होती रही लाश की दुर्गति.
- लोगों ने नहीं उठाई ससमय अस्पताल पहुंचाने की जहमत.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बीते 15 अप्रैल के तक़रीबन 8 बजे नगर थाना क्षेत्र की आईटीआई फील्ड के समीप जायलो वाहन का शिकार होकर मृत व्यक्ति की पहचान हो गयी है. मृतक राजेंद्र कुमार चौबे, पिता- ललन चौबे, ग्राम नारायणपुर, चौसा के निवासी थे जिनका एक निजी मकान आईटीआई फील्ड के ठीक सटे है वह ईंट भट्ठा (सुमित्रा ईंट) के नाम से चलाते थे जो की चौसा रेलवे गुमटी के बगल में स्थित हैं. दुर्घटना की शाम वो अपने भट्ठे से लौट रहे थे कि अचानक अपने घर के लिए जैसे ही मुड़े पीछे से आ रही तेज रफ़्तार जायलो चालक वाहन को संभाल नहीं पाया और उसने जोरदार टक्कर मार दी. जिससे श्री चौबे रोड के दूसरी तरफ जा गिरे और उनके पॉकेट से मोबाइल कुछ दूरी पर जा गिरा. करीब आधे घंटे तक तड़पने के बाद स्थानीय लोगो ने पुलिस को सूचना दी. हद तो तब हो गई जब किसी ने सड़क पर गिरा मोबाइल उठा लिया और चलता बना. जिसके बाद उनकी पहचान का कोई सबूत ही नहीं बचा. पुलिस जब उन्हें उठा कर सदर अस्पताल ले गयी तो चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

 चिकित्सकों की माने तो अगर घायल को बीस मिनट पहले अस्पताल लाया गया होता तो उनकी जान बच सकती थी.  दूसरी तरफ पहचान नहीं होने के कारण शव को पोस्टमार्टम हाउस में ही रखवाया गया था. वही परिजन भी ललन चौबे की तलाश में थे.  खबरों के माध्यम से जब उन्हें अज्ञात व्यक्ति की मौत की बात मालूम चली तो वे शव गृह पहुँचे. भयानक एक्सीडेंट के कारण मृतक का चेहरा पहचानना मुश्किल था. तब उनके कपड़ो और पुलिस द्वारा घटना वक़्त लिए गए फोटोग्राफ दिखाये गए पर उनकी पहचान हो सकी. 
परिजनों का कहना है कि लोगों ने अगर मानवता दिखाते हुए उनको ससमय अस्पताल पहुंचाया होता अथवा किसी निम्न मानसिकता वाले व्यक्ति द्वारा उनका मोबाइल नहीं चुराया गया. होता तो शायद उनकी मृत्यु नहीं होती अथवा उनके शव की तो ऐसी दुर्गति नहीं होती.

बक्सर टॉप न्यूज़ के लिए विशाल पाण्डेय.















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