Buxar Top News: छह बीघा जमीन के विवाद में गयी खूंटी यादव की जान !
उक्त जमीन पूर्व से ही विवादित थी. जमीन की मालकिन एवं उसकी पुत्री की हत्या इसी विवाद में कर दी गई थी. बाद में उसके खुशी यादव ने मृतका के दामाद से जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम पर करा ली थी.
अस्पताल में पड़ा खूंटी यादव का शव एवं पुत्र का प्राथमिक इलाज करते चिकित्सक |
- एकमात्र चश्मदीद गवाह यशवंत सिंह का वाराणसी में चल रहा है इलाज.
- मामले में 1 दिन बाद भी नहीं दर्ज हो पाई है प्राथमिकी.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: शुक्रवार की शाम हुई खूंटी यादव की हत्या को जमीन विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है.
मामले में सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार खूंटी यादव ने कुछ समय पूर्व मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में 6 बीघा का जमीन का क्रय किया था.बताया जा रहा है कि उक्त जमीन पूर्व से ही विवादित थी. जमीन की मालकिन एवं उसकी पुत्री की हत्या इसी विवाद में कर दी गई थी. बाद में उसके खुशी यादव ने मृतका के दामाद से जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम पर करा ली थी. हालांकि जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद लगातार चल रहा था बताया जा रहा है कि इसी जमीन के विवाद में हुए हमले में खूंटी यादव की मौत हो गई तथा उनके घायल पुत्र का इलाज वाराणसी में किया जा रहा है इस मामले में अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी है क्योंकि घटना के एकमात्र चश्मदीद गवाह खुशी यादव के पुत्र यशवंत सिंह का फर्द बयान पुलिस को प्राप्त नहीं हो सका है दूसरी तरफ यह भी बताया जा रहा है कि खूंटी यादव के पुत्र ने हत्यारों में से एक को पहचान लिया है घायल अवस्था में वह उस व्यक्ति का नाम भी ले रहा था बाहर हाल इस मामले में तब तक कोई मामला दर्ज नहीं हो सकता जब तक मृतक के पुत्र का बयान पुलिस को प्राप्त ना हो जाए.
यहां बताते चलें कि खूंटी यादव जो कि गोलंबर के समीप स्थित अपनी दवा की दुकान बंद कर घर लौट रहे थे तभी अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दे दिया हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने जहां अस्पताल में तोड़फोड़ थी वहीं घंटो तक सड़क जाम कर दिया था. रात तकरीबन 3:00 बजे सदर अनुमंडलाधिकारी के के उपाध्याय डीएसपी सतीश कुमार नगर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार के समझाने बुझाने के बाद किसी तरह जाम हटाया जा सका था.
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