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Buxar Top News: हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लक्ष्य को प्रभावित कर रहा है जिला प्रशासन - प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ।



किसी भी निजी विद्यालय में किसी छात्र का नामांकन अगर करना है, तो उस छात्र की योग्यता कक्षा एक में नामांकन की है कि नहीं यह जांचने का अधिकार उस निजी विद्यालय का होना चाहिए.


- निजी स्कूल संचालकों ने की बैठक.
- प्रशासन से सहयोगात्मक रवैया अपनाने की कही बात.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर के नई बाजार स्थित मिलेनियम पब्लिक स्कूल के प्रांगण में ज़िला निजी विद्यालय एवं बाल कल्याण परिषद् की ज़िला कार्यकारिणी की एक बैठक का आयोजन किया गया.
बैठक संगठन के अध्यक्ष अजय कुमार मिश्राकी अध्यक्षता में की गई.
जिसमें ज़िला कार्यकारिणी ने यह प्रस्ताव पारित किया तथा ज़िला प्रशासन से यह आग्रह भी किया कि 25% कोटे के तहत नामांकन की सभी प्रक्रिया शैक्षणिक सत्र अर्थात 31 मार्च तक अवश्य पूरी कर ली जाए.
किसी भी निजी विद्यालय में किसी छात्र का नामांकन अगर करना है, तो उस छात्र की योग्यता कक्षा एक में नामांकन की है कि नहीं यह जांचने का अधिकार उस निजी विद्यालय का होना चाहिए.
ज़िला कार्यकारिणी ने इस बात पर भी चिंता ज़ाहिर की कि वर्ग में बच्चों के  निर्धारित करने का आधार क्या हो यह शिक्षा विभाग द्वारा स्पष्ट नहीं किया गया है, जो प्रक्रिया बताई गई है वह उलझाने वाली है.
ज़िला कार्यकारिणी के सदस्यों ने ज़िला प्रशासन तथा शिक्षा विभाग से यह मांग भी रखी कि शिक्षा विभाग द्वारा कोटे के तहत नामांकन के लिए अनुशंसा पत्र पर किसी अधिकारी विशेष का ही अनुशंसानात्मक हस्ताक्षर होना चाहिए. साथ ही साथ स्कूलों को भी यह अधिकार होना चाहिए कि बी पी एल के तहत आने वाले बच्चों का स्वविवेक पर नामांकन कर लें.
अगर राज्य सरकार एवं ज़िला प्रशासन मात्रात्मक एवं गुणात्मक शिक्षा में सुधार लाना चाहता है तो सभी वैसे विद्यालय जिन्होने स्वघोषणा पत्र शिक्षा विभाग को दे दिया है उनके आवेदनों की जांच करके उनको प्रस्वीकृति प्रदान की जाए ताकि "शिक्षा के अधिकार" कानून को समाज हित तथा देश हित में साक्षरता तथा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लागू किया जा सके.
बार- बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा यह कहना कि कुकुरमुत्ते की छत्ते की तरह स्कूल खुल गए हैं, बार बार यह धमकी देना कि एक लाख रूपए का ज़ुर्माना लगाया जाएगा तथा यह कहना कि बिना अनुमति पत्र के आपलोगों ने स्कूल कैसे खोल दिया, कहीं न कहीं सरकार हर बच्चे को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लक्ष्य को प्रभावित कर रहा है. ज़िला कार्यकारिणी के सदस्यों ने यह भी कहा कि जब निजी विद्यालयों के संचालक सरकार तथा ज़िला प्रशासन के साथ सहयोगात्मक तरीके से पेश आते हैं तो प्रशासन को भी हमारे साथ सहयोगात्मक तरीके से पेश आना चाहिए.
















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