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Buxar Top News: दूसरी शादी के लिए पत्नी को किया दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर, न्यायालय के आदेश से भी नहीं डरता है रेलकर्मी ..



जिसके बाद महिला थाना पुलिस के सहयोग से 28 नवंबर 2017 तिलक समारोह के दौरान ही उसके पति पंकज कुमार द्विवेदी पिता विजय कुमार द्विवेदी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. 
आरोपी रेलकर्मी

- छह बार जबरन कराया गर्भपात.
- कोर्ट के आदेश के बाद भी पत्नी को उसका हक़ नहीं दे रहा है रेलकर्मी. 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: प्यार के जाल में फांसकर पहले तो प्रेमिका के साथ घर से भागकर शादी की फिर वर्षों तक पत्नी की तरह रखने के बाद महिला को दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया. यह कहानी है नगर के नालबंद टोली की रहने वाली एक नेहा परवीन की. 

उसके पति ने उससे शादी करने के तीन साल बाद उसे बिना बताए दूसरी शादी की कोशिश की. जब पत्नी को इस बात की भनक लगी तो वह पुलिस के पास पहुंची जिसके बाद महिला थाना पुलिस के सहयोग से 28 नवंबर 2017 तिलक समारोह के दौरान ही उसके पति पंकज कुमार द्विवेदी पिता विजय कुमार द्विवेदी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. 

नेहा ने बताया कि वेयर आर पंकज बचपन से एक दूसरे को जानते हैं. यही जान-पहचान कब प्यार में बदल गई उन्हें मालूम नहीं चला. रेलकर्मी पंकज ने वर्ष 2014 में दीघा कोर्ट में उसके साथ प्रेम विवाह किया. जिसके बाद वह माता-पिता की नाराजगी का हवाला देते हुए उसे डुमराँव में किराए का मकान लेकर रखने लगा. इस दौरान उसने छह बार नेहा का गर्भपात भी करा दिया. नेहा ने बताया कि उसका पति रेलवे में टेक्नीशियन पद पर कार्यरत है तथा बक्सर में ही पोस्टेड है.

नेहा की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह दूसरे मजहब की थी. हालांकि उसने पंकज से प्रेम किया था तथा फिर घर से भागकर शादी रचाई थी. इसी वजह से पंकज के घर वाले युवती को बहू के रुप में स्वीकार नहीं कर पा रहे थे तथा अपने पुत्र की दूसरी शादी रचाने चले थे. 

बाद में न्यायालय द्वारा रेलकर्मी पति को इस शर्त पर जमानत दी गई थी वह अपनी पत्नी को उसका पूरा हक देगा और उसे अपने साथ रखेगा न्यायालय से मिले आदेश के अनुसार पंकज को अपनी पत्नी नेहा को लेकर अपने घर वालों के साथ ही रहना था लेकिन पंकज ने नेहा को घर वालों से दूर डुमराँव में किराए का मकान लेकर रखा. दो माह तक नेहा के साथ रहने के पश्चात आरोपी पति पुनः  अपनी पत्नी को छोड़ कर फरार हो गया. तकरीबन चार माह तक फोन पर हुई बातचीत के दौरान वह हमेशा पत्नी को भरोसा दिलाता रहा कि कि वह जल्द ही पुनः वापस आ जाएगा.  लेकिन इसी बीच पति ने पुनः दूसरी शादी रचाने की कयावद शुरू कर दी. पत्नी को जब इस मामले की जानकारी मिली तो वह फिर भागी-भागी बक्सर पहुंची. लेकिन यहां पहुंचने पर पति ने उसे अपने साथ रखने से साफ इनकार कर दिया. 

नेहा के माता पिता इस दुनिया में नहीं है वह अपनी नानी के घर रहकर पली बढ़ी थी. किस्मत की मारी नेहा की हालत अब यह हो गई है कि एक तरफ तो उसे मायके वालों ने घर में पनाह देने से मना कर दिया है, वहीं दूसरी तरफ उसका पति भी उसे अपने साथ रखने को तैयार नहीं है. ऐसे में उसका सिर्फ एक ही सवाल है कि आखिर उसने ऐसा कौन सा गुनाह किया जो उसे इस बात की इतनी बड़ी सजा मिल रही है.

नेहा ने बताया कि उसका पति जब उसे छोड़ कर चला आया तो उसने मजबूरी में तीन हज़ार रुपए मासिक  की एक प्राइवेट नौकरी कर ली ताकि उसका गुजारा चल सके लेकिन अब कंपनी वाले भी उसे निकालने की धमकी दे रहे हैं. वहीं हज़ारों रुपये बतौर किराया बकाया होने के कारण मकान मालिक से भी घर छोड़ने का अल्टीमेटम मिला है.  अब मकान के किराए समेत हजारों रुपए का कर्ज उसके सिर पर आ गया है.

जीवन से निराश हो चुकी नेहा के सामने अब मौत को गले लगाने के अलावे कोई और विकल्प नहीं बचा है. ऐसे में उसने एक बार फिर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.

















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