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Buxar Top News: पुण्यतिथि पर याद आए युवा तुर्क चंद्रशेखर...



विपरीत परिस्थितियों में जो अकेला खड़ा होने का साहस करते हैं, वही इतिहास निर्माण करते हैं. डॉक्टर पांडेय ने बताया कि उनसे जुड़े रहने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ था, तथा उनके विचारों को याद करने से हम युवाओं को नया जोश मिलता है.

-  वक्ताओं ने कहा विचारों से मिलता है युवाओं को जोश.
- निर्भीक शासक के रुप में रहेंगे अविस्मरणीय.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की पुण्यतिथि चरित्रवन स्थित रानी कोठी में मनाई गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कुंवर विजय सिंह ने की.  श्री सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य डॉ मनोज कुमार पांडेय ने पूर्व प्रधानमंत्री के पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लेकर उन्हें याद किया. डॉक्टर पांडेय उनके विचारों को याद करते हुए बताया कि चंद्रशेखर जी कहते थे कि विपरीत परिस्थितियों में जो अकेला खड़ा होने का साहस करते हैं, वही इतिहास निर्माण करते हैं. डॉक्टर पांडेय ने बताया कि उनसे जुड़े रहने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ था, तथा उनके विचारों को याद करने से हम युवाओं को नया जोश मिलता है.


इस अवसर पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य दिनेश सिंह, दिवाकर मिश्रा, गोपाल जी, मुकुंद सिंह, रोहित उपाध्याय, आशुतोष सहित कई लोग उपस्थित रहे.

दूसरी तरफ स्थानीय बाईपास रोड स्थित चंद्रशेखर नगर स्थित समाजवादी जनता पार्टी कार्यालय में जिला अध्यक्ष तारकेश्वर राय की अध्यक्षता में पूर्व प्रधानमंत्री तथा महान समाजवादी नेता स्वर्गीय चंद्रशेखर की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी गई. इस अवसर पर सजपा के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा पूर्व पत्रकार लाल साहब सिंह ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि 10 नवंबर 1990 को देश के प्रधानमंत्री पद पर जब स्वर्गीय चंद्रशेखर आसीन हुए तब संपूर्ण देश आरक्षण की आग में जल रहा था. छात्र एवं नौजवान सड़कों पर आत्मदाह कर रहे थे. श्री सिंह ने कहा कि स्वर्गीय चंद्रशेखर के शपथ ग्रहण के 24 घंटे के भीतर पूरा देश शांत हो गया. वह एक निर्भीक शासक के रूप में सदैव स्मरणीय रहेंगे। उन्होंने एक शेर सुनाते हुए कहा कि "राजनीति के नए मोड़ पर तू खड़ा अकेला, नेताओं के नेता तेरी अद्भुत थी वह बेला" उन्होंने कहा कि लोकसभा के पुस्तकालय में सभी प्रधानमंत्रियों की जीवनी में सिर्फ चंद्रशेखर जी अकेले प्रधानमंत्री रहे जिनके जन्म स्थान की जगह ग्राम इब्राहिम पट्टी बलिया उत्तर प्रदेश अंकित है. सात माह पच्चीस दिन का उनका उक्त कार्यकाल सर्वदा स्मरणीय रहेगा.

मौके पर तारकेश्वर राय लाल साहब सिंह के अलावे मदन दुबे, तेज प्रताप सिंह (अधिवक्ता), राम आशीष यादव, वकील रजक, रतन केजरीवाल, जयप्रकाश, रवि राज, प्रदीप केशरी, राजीव नंदन वर्मा, डॉक्टर के के पांडेय, ललन पाठक, योगेंद्र सिंह, बिंदेश्वरी सिंह, विभूति नाथ सिंह आदि प्रमुख रहे.

















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