Header Ads

Buxar Top News: श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में आज होगी पूर्णाहुति, आध्यात्म के सागर में गोते लगा रहे श्रद्धालु ..

इस महायज्ञ में शामिल होने के अब मात्र आज का दिन भर शेष रह गया है. अध्यात्म की इस उर्जा के आगे सारी शक्तियां कमजोर पड़ गई है.
मंचासीन जीयर स्वामी जी महाराज

- मंत्रों की ध्वनि से आध्यात्मिक हुआ आसपास के गांव का वातावरण.
- साधु संतों के बीच हुआ शास्त्रार्थ लोगों ने जाने धर्म के बारीकियां.

देखिये वीडियो: 

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ में आज अंतिम दिन आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा. परम पूज्य लक्ष्मी प्रपन्न श्री जीयर स्वामी जी महाराज के दर्शन पाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लालायित दिखी वहीं स्वामी जी ने भी अपने भक्तों को दिव्य दर्शन दिए. अब तक करीब दस लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने यज्ञ की परिक्रमा कर कीर्तिमान रच डाला है. महायज्ञ में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है. पूरा इलाका भक्तिमय हो चुका है. इसके अलावा देश के कोने-कोने से श्रद्धालुओं के आगमन का सिलसिला अनवरत जारी है. इस महायज्ञ में शामिल होने के अब मात्र आज का दिन भर शेष रह गया है. अध्यात्म की इस उर्जा के आगे सारी शक्तियां कमजोर पड़ गई है. इंदौर के कासिमपुर में पिछले चार माह से पूज्य श्रीजीयर स्वामी जी महाराज का चातुर्मास व्रत चल रहा था. चार माह के कठिन व्रत के अंत में श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ होता है. इस महायज्ञ में शामिल होने के लिए लाखों की संख्या में लोग प्रतिदिन उमड़ रहे हैं. इस महायज्ञ में शामिल होने के बाद सबसे पहले श्रद्धालु यज्ञ मंडप की परिक्रमा पूरी करते हैं.उसके बाद ज्ञान उपदेश एवं प्रवचन का आनन्द ले रहे हैं. 


स्वाहा की ध्वनि से गुंजायमान हो रहा यज्ञस्थल : 

लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में 125 हवन कुंड बनाए गए हैं. जिसमें प्रतिदिन सवा सौ आचार्य पंडितों द्वारा घी की आहुतियां दी जा रही है. इसके अलावा कुंड पर लगभग ढाई सौ यजमानों द्वारा स्वाहा उच्चारण के साथ हवन किया जा रहा है. मंत्र के उच्चारण के साथ जब स्वाहा की ध्वनि गूंजती हैं तो ऐसा लगता है कि भगवान की अदभुत कृपा सीधे पृथ्वी पर बरस रही है. वही दूसरी तरफ यज्ञ स्थल के तीनों कोने पर अखंड हरिकीर्तन का सिलसिला पिछले शनिवार के दिन से ही जारी है.
मंच के समक्ष बैठे सदर विधायक व अन्य

 सुबह से शाम तक आध्यात्मिक पाठशाला:

सुबह के छह बजे परम पूज्य श्रीत्रिदण्डी स्वामीजी महाराज के शिष्य श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज द्वारा श्रीलक्ष्मी नारायण भगवान की आरती एवं प्रार्थना करने के साथ ही यह आध्यात्मिक पाठशाला प्रारंभ हो जाती है. सबसे पहले योग गुरु योगेश जी महाराज योग की आध्यात्मिक कक्षा लगाते हैं, इस दौरान वे लोगों को योग एवं निरोग रहने के उपाय बताते है. उसके बाद ज्योतिषाचार्य शंभूनाथ पाण्डेय ज्योतिष का ज्ञान देते हैं. इसके बाद देश के कोने-कोने से पधारे कथावाचकों द्वारा रामचरित मानस, वाल्मीकि रामायण, भागवत गीता पर उपदेश देने का कार्यक्रम शुरू हो जाता हैं. इस दौरान कोई संस्कृत में तो कोई हिन्दी एवं भोजपुरी ज्ञान की अमृत वर्षा कर श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक रसपान सोलह घंटे तक करा रहा है.  
मंचासीन संत-महात्मा

संत विद्वानों के बीच हुआ शास्त्रर्थ : 

इटाढी प्रखण्ड के इंदौर पंचायत अंतर्गत कासिमपुर गांव में परम पूज्य त्रिदण्डी स्वामी जी महाराज के शिष्य श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के सानिध्य में आयोजित श्री भाष्यकार रामानुजाचार्य  सहस्त्राब्दी एवं अंतरराष्ट्रीय धर्म सम्मेलन में देश के कोने-कोने से आए विभिन्न संत विद्वानों के बीच मंगलवार को शास्त्रर्थ हुआ. इस दिव्य शास्त्रर्थ की अध्यक्षता श्रीपीठ लक्ष्मीनारायण मंदिर बक्सर के पीठाधीश्वर जगदगुरु रामानुजाचार्य राजगोपालाचार्य ने की. मंच संचालन सोनपुर के पीठाधीश्वर लक्ष्मणाचार्य ने किया. जिसमें श्री वैष्णवता एवं ज्योतिष शास्त्र पर जमकर मंथन हुआ. इससे पहले श्रीलक्ष्मीप्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने संत विद्वानों का परिचय कराते हुए शास्त्रर्थ के औचित्य तथा इसके महत्व पर प्रकाश डाला. इस शास्त्रार्थ में अयोध्या पीठाधीश्वर जगद वासुदेवाचार्य श्रीविद्या भास्कर जी महाराज, देवरिया पीठाधीश्वर जगद राजनरायणाचार्य, पुष्कर पीठाधीश्वर जगद रामचन्द्राचार्य, गया पीठाधीश्वर जगद वेंकटेशाचार्य, सोनपुर पीठाधीश्वर जगद लक्ष्मणाचार्य, द्धारिकेश्वर पीठाधीश्वर अयोध्या सूर्यनारायणाचार्य, यतिराज डिहरी रोहतास के पीठाधीश्वर गोपालाचार्य, काशी आचार्य पीठ पीठाधीश्वर पूज्य श्रीमुमुक्षु नारायण जीयर स्वामी, योग सम्राट योगाचार्य श्री योगेशजी महाराज, कर्मकांड केशरी आचार्य श्रीबिन्दु जी महाराज, ज्योतिष मार्तण्ड श्रीशम्भुनाथजी महाराज, राधा माधव मंदिर प्रयाग पीठाधीश्वर श्रीमुक्तिनाथ जी महाराज, श्रीत्रिदण्डिदेव सत्संग नई दिल्ली श्री गोपालजी महाराज, श्रीलक्ष्मी नृसिंह मंदिर काशी के श्रीचतुभरुजाचार्यजी, आचार्य गिरिधर शास्त्रीजी, अयोध्या से आचार्य श्रीरत्नेश जी महाराज, काशी के आचार्य पुण्डरिक शास्त्री जी महाराज, समाधि स्थल बक्सर ब्रदीनाथ वनमाली जी महाराज, काशी के कथा सम्राट श्रीमारुति किंकर जी महाराज, महामण्डेलश्वर प्रेमशंकर जी महाराज, स्वामी अयोध्यानाथजी महाराज, ब्रह्मचारी जी महाराज, स्वामी अच्चयुतप्रपन्नाचार्य जी महाराज, धर्मेन्द्राचार्य, पीठाधिपति कमलनयनाचार्यजी, स्वामी रमेशाचार्यजी महाराज के अलावा पड़ोसी देश नेपाल समेत दक्षिण भारत के प्रदेशों से कई धर्माचार्य शामिल रहे. 

चिंतन शिविर में केंद्रीय मंत्री व अन्य


राष्ट्रोत्थान चिंतन शिविर का हुआ आयोजन:

श्री भाष्यकार रामानुजाचार्य सहस्त्रब्दी स्मृति दिवस के मौके पर मंगलवार को राष्ट्रोत्थान चिन्तन शिविर का आयोजन किया गया.  अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वयं संघ के मुख्य प्रचारक इन्द्रलेश कुमार ने तथा संचालन संतोष तिवारी ने किया. मुख्य वक्ता संघ के इन्द्रलेश कुमार ने कहा कि राष्ट्र को बचाईए, यह भारत माता अपनी माता है। अपनी माता का प्रतिष्ठा रखना सबका कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि हम अनेक है फिर भी एक है। चिंतन शिविर में केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी, सासाराम सांसद छेदी पासवान, औरगाबाद के सांसद सुशील कुमार, पूर्व विधायक राजेश्वर राज, पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया, पूर्व आइपीएस हीरालाल ओझा, अखिलेश सिंह, पटना विधायक संजीव चौरसिया, सत्येन्द्र ओझा, पतवारू सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष राणाप्रताप सिंह, विश्वनाथ राम, कांग्रेस के तथागत हर्षवद्धन, सत्येन्द्र कुंअर, राजीव मिश्र, कौशलेशजी, हाकिम प्रसाद, रंगनाथ तिवारी, भरत सिंह, रामवचन केशरी, प्रदीप दूबे मौजूद थे.

सीसी कैमरे से हो रही यज्ञस्थल की निगरानी: 

महायज्ञ में फायर ब्रिगेड की सात गाड़ियां एवं एंबुलेंस यज्ञस्थल पर हैं. यज्ञस्थल की सफाई में स्वयंसेवकों की टीम लगी हुई है. श्रद्धालुओं की हर सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. इसके अलावा भीड़ को देखते हुए प्रवचन पंडाल में दर्जनों एलसीडी एवं पंडाल से बाहर सीसी कैमरे लगाए गए हैं. तीन-तीन जगहों पर कंट्रोल रूम एवं पूछताछ केन्द्र बनाया गया है. मॉनीटरिंग के लिए पंडाल के समीप कंट्रोल रूम बनाया गया है. यज्ञ समिति के अध्यक्ष छोटे उपाध्याय, रविन्द्र सिंह, मीडिया प्रभारी अखिलेश बाबा, पंडित पप्पू जी, रंगनाथ सिंह, संजय मिश्रा, कौशलेंद्र दुबे, अरविंद तिवारी, संतोष तिवारी  पिंटू उपाध्याय एवं संतोष तिवारी पूरी तन्मयता के साथ कार्यक्रम के सफल संचालन में अपना योगदान दिया जा रहा है.





















No comments