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Buxar Top News: हाल नियोजित शिक्षकों का: ना मिला वेतन, ना भूख हड़ताल की अनुमति ..



शिक्षक नेता जनार्दन सिंह यादव ने कहा कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से शिक्षक हमेशा परेशान रहते हैं और वेतन भुगतान में विसंगतियों का बोलबाला है

- तीन माह के लंबित वेतन एवं एरियर भुगतान के लिए शिक्षकों ने मांगी थी आमरण अनशन की अनुमति.

- विभाग दे रहा है आश्वासन पर्व पूर्व मिलेगा वेतन.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: तीन माह के लंबित वेतन एवं एरियर भुगतान के लिए शिक्षक नेता अमितेश कुमार जनार्दन सिंह यादव और बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ डुमराॅव प्रखंड अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद के संयुक्त नेतृत्व में शिक्षकों द्वारा डीपीओ स्थापना बक्सर को लिखित आवेदन देकर दशहरा पूर्व वेतन एवं एरियर भुगतान की माँग कीआवेदन पर कोई सुनवाई नहीं होती देख बुधवार से आमरण अनशन की अनुमति बक्सर अनुमंडलाधिकारी से माँगी गई थी. 

इस बाबत शिक्षक नेता अमितेश कुमार ने बताया है कि अनुमण्डलधिकारी द्वारा यह कहते हुए अनुमति नहीं मिली कि उनके द्वारा द्वारा खुद डीपीओ स्थापना को वेतन भुगतान की बात हुई है.जिसमें डीपीओ द्वारा त्योहार पूर्व भुगतान की बात कही गई है. अनुमंडलाधिकारी के आश्वासन पर शिक्षकों ने पुनः डीपीओ स्थापना से भेंट की. मुलाकात के दौरान डीपीओ द्वारा दशहरा पहले वेतन भुगतान कही गयी. वहीं उन्होने एरियर का भुगतान दशहरा बाद करने की बात बताई. 

विदित हो कि नियोजित शिक्षकों का तीन माह से वेतन भुगतान नहीं होने से पैसे के अभाव में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. कई पर्व त्योहार पर भी वेतन नहीं मिला था. दशहरा पर्व के दौरान पैसे की तंगहाली ने शिक्षकों का सब्र तोड़ दिया और आमरण अनशन की अनुमति लेकर भूख हड़ताल करने को ठान ली. शिक्षकों ने बताया कि सरकार कभी भी समय से वेतन भुगतान नहीं करती है जिससे नियोजित शिक्षक परिवार सहित बदहाल जीवन जीने को मजबूर रहते हैं. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की बात करने एवं शिक्षा के विकास की प्राथमिकता देने की बात कहने वाली बिहार सरकार की गलत शिक्षा नीति से शिक्षक शिक्षार्थी और शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है जिससे बिहार पिछड़ता जा रहा है. शिक्षक नेता जनार्दन सिंह यादव ने कहा कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से शिक्षक हमेशा परेशान रहते हैं और वेतन भुगतान में विसंगतियों का बोलबाला है. वहीं बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ डुमराॅव प्रखंड अध्यक्ष मुक्तेश्वर प्रसाद ने बताया कि समय पर वेतन नहीं मिलने से हम अपने बच्चों को भी सही शिक्षा, भोजन वस्त्र और आवास देने में असमर्थ होते जा रहे हैं. दूसरों की समस्याओं को सुलझाने वाले शिक्षक खुद समस्याओं के जाल में फंसे हुए हैं. वहीं शिक्षक नेता अमितेश कुमार ने कहा कि सरकार और अधिकारी सभी काम समय पर खोजते और हम शिक्षक करते भी हैं फिर हमारा वेतन समय से न देकर हमारे संवैधानिक अधिकारों का हनन कर संविधान एवं मानवाधिकार का उलंघन करते हैं. 

मौके पर शिक्षक अशोक कुमार, रामसमुझ सिंह, जय कुमार राय, बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ डुमराँव, प्रखंड उपाध्यक्ष अजीत कुमार, राजू गोड़, सत्येन्द्र कुमार, बृजेश पांडेय भी मौजूद रहे.




















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