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Buxar Top News: दिल्ली से चली रामायण एक्सप्रेस का बक्सर का ठहराव होने पर शुरू हुआ विरोध ..

अब जब रेलवे रामायण एक्सप्रेस के नाम से ट्रेन चला रहा है तो इस ट्रेन के माध्यम से बक्सर के महात्म्य को लोगों के बीच रखा जाना चाहिए था.

- दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से हुआ है शुभारंभ.

- बक्सर ठहराव होने पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने दी तीखी प्रतिक्रिया.




बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: देश की राजधानी दिल्ली स्थित सफदरजंग रेलवे स्टेशन से बुधवार को समूचे रामायण सर्किट पर दौड़ने वाली विशेष पर्यटक ट्रेन श्री रामायण एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जो हिन्दू महाग्रंथ रामायण में वर्णित प्रमुख स्थानों पर जाएगी. यह ट्रेन तमिलनाडु के रामेश्वरम तक की यात्रा 16 जिन में पूरी करेगी. इस दौरान ट्रेन भगवान राम के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण स्थानों पर जाएगी. श्री रामायण एक्सप्रेस अपनी पहली यात्रा पर 800 यात्रियों के साथ रवाना हुई है. दूसरी तरफ इस ट्रेन के बक्सर ठहराव ना होने विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं.


कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने इस विषय पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने जमकर सत्तासीन केंद्र सरकार को कोसा है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष तथागत हर्षवर्धन ने कहा कि बक्सर संसदीय क्षेत्र से सांसद तथा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री दिन-रात धर्म का वर्णन करते रहते हैं. बावजूद इसके उन्होंने भी इस ट्रेन के बक्सर ठहराव को लेकर कोई पहल नहीं की. श्री तथागत ने कहा कि धर्म के नाम पर ढोंग करने वाली पार्टी को लोग पहचान चुके हैं तथा आगामी चुनावों में ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेंगे.

उन्होंने बताह की यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि बिना बक्सर के रामायण कभी पूरी नहीं हो सकती. क्योंकि, भगवान राम की शिक्षा-दीक्षा बक्सर से ही हुई थी तत्पश्चात ताड़का वध कर सीता स्वयंवर के लिए गुरु विश्वामित्र के साथ जनकपुर भी यहीं से रवाना हुए थे. ऐसे में रामायण सर्किट में बक्सर का ना जुड़ पाना ही अपने आप में एक बड़ा सवाल है. अब जब रेलवे रामायण एक्सप्रेस के नाम से ट्रेन चला रहा है तो इस ट्रेन के माध्यम से बक्सर के महात्म्य को लोगों के बीच रखा जाना चाहिए था.

पाठकों को बता दें यह विशेष पर्यटन ट्रेन भारत और श्रीलंका में 16 दिनों के दौरे के पैकेज में भगवान राम के जीवन से जुड़े चार महत्वपूर्ण स्थलों को कवर करेगी. श्री रामायण यात्रा-श्रीलंका के रूप में नामित तीर्थयात्रा सर्किट में दो यात्रा घटक होंगे- एक भारत में और एक श्रीलंका में. दिल्ली से निकलने के बाद, ट्रेन का अयोध्या में पहला पड़ाव होगा और इसके बाद ये हनुमान गढ़ी, रामकोट और कनक भवन मंदिर जाएगी.

ट्रेन रामायण सर्किट के महत्वपूर्ण स्थलों जैसे नंदीग्राम, सीतामढ़ी, जनकपुर, वाराणसी, प्रयाग, श्रृंगपुर, चित्रकूट, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम को कवर करेगी.

दिल्ली के सफदरगंज रेलवे स्टेशन  ट्रेन अपनी यात्रा तमिलनाडु के रामेश्वरम में 16 दिनों में पूरी करेगी. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के मुताबिक, टूर पैकेज में धर्मशालाओं में भोजन, आवास, दर्शनीय-स्थलों की सैर की व्यवस्था होगी और आईआरसीटीसी के टूर मैनेजर भी पर्यटकों के साथ पूरे दौरे की यात्रा करेंगे.

रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में 800 यात्रियों की कुल क्षमता होगी और प्रति व्यक्ति टिकट की कीमत 15,120 रुपए होगी. श्रीलंका दौरे के लिए अलग से शुल्क लिया जाएगा, वे चेन्नई से कोलंबो की उड़ान ले सकते हैं. 5 रात और 6 दिन के श्रीलंका दौरे के पैकेज की कीमत प्रति व्यक्ति 36,970 रुपए होगी. इस टूर पैकेज में कैंडी, नुवारा एलिया, कोलंबो और नेगोंबो जैसे गंतव्य शामिल होंगे.
























1 comment:

  1. मैं इस को सोशल मीडिया पर उठाने ही वाला था की आपने ये बात कह दी।आखिर इस ट्रेन का ठहराव बक्सर क्यो नही है इस बारे में जानकारी चाहिए।

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