शुरु हुआ महर्षि खाकी बाबा सरकार की स्मृति में आयोजित 49 वां सिय-पिय मिलन महोत्सव ..
आश्रम में प्रातः से ही धार्मिक कार्यक्रम चलते रहे. प्रातः संकीर्तन मण्डली के द्वारा नव दिवसीय अष्टयाम श्री हरिनारायण संकीर्तन के साथ-साथ श्री रामचरितमानस का सामूहिक नवाह्न यज्ञ पाठ भी प्रारंभ हुआ.
- 05 से 13 तक चलेगा महाआयोजन, देश विदेश से जुड़ेंगे साधु-संत व श्रद्धालु.
- राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता लीला मंडली द्वारा किया जा रहा लीलाओं का मंचन.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: महर्षि श्री खाकी बाबा के 49वें निर्वाण दिवस के अवसर पर 9 दिनों तक आयोजित होने वाला सिय-पिय मिलन महोत्सव बुधवार को भक्तिमय माहौल में शुरु हो गया. नया बाजार स्थित सीताराम विवाह महोत्सव आश्रम के समीप स्थित बने विशाल पंडाल में श्री राजाराम शरण दास जी महाराज के द्वारा व्यास बिहारी सरकार का पूजन किया. इसके साथ ही कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया. अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त इस महोत्सव में देश-विदेश से भक्त श्रद्धालुओं प्रतिवर्ष जुटते हैं.
राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त रासलीला मंडली द्वारा किया जा रहा है लीला का मंचन:
पहले दिन राष्ट्रपति पुरस्कार विजेता तथा तकरीबन 40 वर्षों से महोत्सव का हिस्सा बन रहे फतेह कृष्ण जी महाराज की रासलीला मंडली के द्वारा श्री कृष्ण जन्म प्रसंग का मंचन किया गया. इससे पूर्व आश्रम में प्रातः से ही धार्मिक कार्यक्रम चलते रहे. प्रातः संकीर्तन मण्डली के द्वारा नव दिवसीय अष्टयाम श्री हरिनारायण संकीर्तन के साथ-साथ श्री रामचरितमानस का सामूहिक नवाह्न यज्ञ पाठ भी प्रारंभ हुआ. महोत्सव में बुधवार से नव दिवसीय श्री भक्तमाल कार्यक्रम का शुभारंभ भी श्री पुण्डरीक जी महाराज के श्रीमुख से शुरू होगा. मौके पर दूरदराज से आए संत समाज के लोगों के अतिरिक्त एनके पांडे, राजीव राय, झब्बू राय सुनील राय सुनील सिन्हा नीतीश राय, हर्षित राय, गोविंद शरण जी, अनंत दास जी महाराज, पुरुषोत्तम शरण, बजरंगी जी एवं अन्य परिकर मौजूद रहे.
व्यासपीठ पूजन में मौजूद रहेंगे संत समाज के लोग:
इस दौरान सीताराम विवाह महोत्सव के प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बताया कि संध्या 3:00 बजे व्यासपीठ पूजन किया जाएगा जिसमें बसाँव पीठाधीश्वर अतच्यु प्रपन्नाचार्य जी महाराज, आश्रम के महंत राजा राम शरण दास जी महाराज तथा संत समाज के लोगों एवं सदर अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय तथा अन्य प्रबुद्ध जनों की उपस्थिति में व्यासपीठ पूजन किया जाएगा. तत्पश्चात पुंडरीक जी महाराज के द्वारा प्रवचन का कार्यक्रम शुरू होगा.
सज गया है मेला लगाए गए हैं विभिन्न स्टॉल:
महोत्सव को देखते हुए एक विशाल मेले का आयोजन इस बार भी किया गया है जिसमें दूरदराज से आए व्यापारियों द्वारा भोजन तथा अन्य स्टॉल लगाए गए हैं.
बच्चों तथा बड़ों के मनोरंजन के लिए लगाए गए हैं विभिन्न प्रकार के झूले:
मेले में इस बार भी विभिन्न प्रकार के झूले लगाए गए है चरखी, नाव के अतिरिक्त इस बार तीन ब्रेक डांस झूले लगाए गए हैं. आरा के अहिरपुरवा रहने वाले सुरेश बताते हैं कि वाह तकरीबन सात वर्षों से यहां आते हैं. उन्होंने बताया कि इस बार भी 5 तथा 10 रुपये में विभिन्न झूले उपलब्ध हैं. वहीं खुशबू नाश्ता केंद्र के रवि राज ने बताया कि वह भी कई वर्षों से यहां चाट और चौमिन के स्टॉल लगाते हैं.
साफ सफाई में तत्पर है वार्ड पार्षद व सफाई कर्मी:
महाआयोजन को लेकर सफाई तथा रोशनी के विधि व्यवस्था को लेकर वार्ड संख्या 7 के पार्षद प्रतिनिधि मोहम्मद इश्तियाक ने बताया कि वह सुबह से ही साफ सफाई के कार्य में लगे हुए हैं. मार्गो पर आने वाले लाइटों की भी जांच कराई जा रही है. उनके साथ सहयोग करने वाले लोगों में सुपरवाइजर दीपक कुमार अनीश कुमार तथा खुर्शीद आलम समेत नगर परिषद के अन्य कर्मी मौजूद है. दूसरी तरफ नगर परिषद द्वारा चलंत शौचालय तथा पानी की भी व्यवस्था कराई गई है.
रेवटी बना विराजमान है साधु-संत:
महोत्सव में आई साधु संतों ने अपना डेरा महोत्सव स्थल के बगल में रेवटी में लगा लिया है. कोचस से आए महेश दास जी महाराज ने बताया कि वह तकरीबन 30 वर्षों से यहां लगातार आते हैं.
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मौजूद है पुलिसकर्मी:
महोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस कर्मियों की टीम भी मौके पर मौजूद दिखाई दी.
प्रतिदिन रामचरितमानस के पाठ के साथ आयोजित होंगे विभिन्न कार्यक्रम:
तय कार्यक्रमों के तहत श्रीराम चरितमानस का सामूहिक नवाह पारायण नित्य प्रतिदिन प्रात: 6 से 9 बजे के बीच आयोजित होगा. अपराह्न 9 से 12 बजे तक प्रतिदिन श्री कृष्ण लीला का अायोजन होगा. अपराह्न 2 से 3 बजे के बीच झांकी व पदगायन का आयोजन मिथिला के विश्वनाथ शुक्ला उर्फ श्रृंगारी जी के द्वारा किया जाएगा. अपराह्न 3 बजे से संध्या 7 बजे तक प्रतिदिन श्री भक्तमाल कथा का आयोजन किया जाएगा जिसमें श्री वैष्णवाचार्य श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराज के द्वारा कही जाने वाली भागवत कथा की अमृत वर्षा का आनंद उठाएंगे. संध्या 7 बजे से 9 बजे तक विद्वजनों से समागम के अलावा आचार्य एवं संतों द्वारा हितोपदेश, कथा, कीर्तन व प्रवचन दिए जाएंगे. जबकि, रात्रि 9 से 12 बजे तक नित्य रामलीला का आयोजन संपन्न होगा.
पहुंचेंगे कई ख्याति प्राप्त साधु-संत:
आयोजन में पंच गंगा घाट वाराणसी के जगदगुरू श्री रामानन्दाचार्य श्री रामनरेशाचार्य जी महाराज, ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरू श्री शंकराचार्य स्वामी श्री वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज, भानपुरा पीठाधीश्वर जगदगुरू श्री शंकराचार्य श्री दिव्यानन्द तीर्थ जी महाराज, वृन्दावन से श्री मन्मनाथ गौड़ेश्वर वैष्णवाचार्य श्री पुण्डरीक गोस्वामी जी महाराज, अयोध्या से पधारे श्री संपन्न श्री मैथिली रमण शरण जी महाराज, विश्व विख्यात भागवत व रामायण के व्यास श्री रमेश भाई ओझा जी, खन्दवा से श्री संपन्न श्री ब्रम्हस्वरूप जी महाराज समेत अनेक ख्याति प्राप्त संत पधारेंगे.
आठ बीघे में बना विशाल पंडाल:
महोत्सव के लिए विशाल वाटर प्रूफ पंडाल तैयार किया गया है. आश्रम के महंत राजारामशरण दास जी महाराज ने बताया कि कार्यक्रम में देश विदेश के हजारों श्रद्धालु भाग लेने हर साल आते हैं, जिसको देखते हुए लगभग आठ बीघे में विशाल पंडाल तैयार किया गया है. इतना बड़ा पंडाल यहां मिलना संभव नही था. लिहाजा बाहर से पंडाल मंगाया गया है. जो पूरी तरह से वाटर प्रूफ होने के कारण इस पर भारी वर्षा का भी कोई असर नही होगा.
विशाल भंडारा का होता है आयोजन:
इस विशाल आयोजन के लिए विशाल भंडारा की भी तैयारी की गई है. जहां सैकड़ों की संख्या में लगे कारीगर दिन-रात लोगों के भोजन की व्यवस्था में पहले ही दिन से लगे रहेंगे. हर साल आयोजन के प्रथम दिन से ही संचालित हानेवाला भंडारा कार्यक्रम के समापन के बाद भी जब तक सभी श्रद्धालु यहां से चले नही जाएंगे तब तक लगातार निर्वाध रूप से जारी रहेगा. जिसमें किसी के प्रवेश पर कोई रोक नही रहता है.इस मौके पर प्रतिदिन हजारों लोगों को भंडारा में प्रसाद ग्रहण कराने की व्यवस्था की गई है. वही महाभंडारा के दिन लगभग एक लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. जिसके लिए सारी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई है.
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