लापरवाही नहीं मजबूरी थी बाइक सवार की ट्रेन से टकराकर हुई मौत की वजह ..
सबसे बुरी स्थिति तो मरीजों और बच्चों की होती है जब कोई जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहा होता है और उसे लेकर जा रही एंबुलेंस का सामना बंद पर रेलवे क्रॉसिंग से हो जाए तो कई बार वह व्यक्ति अपने जीवन की लड़ाई भी हार जाता है
- रेलवे ओवरब्रिज नहीं होने के कारण बहुत सारी परेशानियों से गुजरते हैं लोग.
- मजबूरी में अख्तियार करते हैं गलत रास्ता.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक तरफ जहां भारत को विकासशील से विकसित बनाए जाने की बात विभिन्न सरकारों द्वारा कही जा रही है, वहीं दूसरी तरफ देश बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है. बक्सर जिले के जनप्रतिनिधि सत्ता में हों अथवा सत्ता से बाहर विकास के कार्यों के प्रति उनकी रुचि नगण्य रहती है. नतीजा यह है कि तमाम तरह की परेशानियों के बावजूद जिला एक रेल ओवर ब्रिज के लिए तरस रहा है.
फाटक खुलने का इंतजार में दम तोड़ देते हैं मरीज:
जिले के रघुनाथपुर से लेकर चौसा तक एक जगह भी आरओ बी नहीं है जिसके कारण प्रतिदिन अपने महत्वपूर्ण घंटे लोग जाम में ही बिता देते हैं . सबसे बुरी स्थिति तो मरीजों और बच्चों की होती है जब कोई जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहा होता है और उसे लेकर जा रही एंबुलेंस का सामना बंद पर रेलवे क्रॉसिंग से हो जाए तो कई बार वह व्यक्ति अपने जीवन की लड़ाई भी हार जाता है. रेलवे क्रॉसिंग पर जाम होने के कारण स्कूली बच्चे भी घंटों भूख प्यास बताते रहते हैं वह कितने लोगों के स्कूल कॉलेज रेलवे क्रॉसिंग के बंद रहने से ही छूट जाते हैं मजबूरन लोगों को जान जोखिम में डालकर गलत तरीके से रेलवे क्रॉसिंग पार करना पड़ता है. इसी क्रम में सोमवार को डुमराव रेलवे स्टेशन के पास एक व्यक्ति की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी. एक व्यक्ति की मौत के बाद भले ही लोग मरने वाले की लापरवाही मान रहे हो, लेकिन सच तो यह है कि उस मौत के पीछे सरकार की उदासीनता भी शामिल है. साफ तौर पर कहा जाए तो सरकार को लोगों के बारे में सोचने की जरा भी फुर्सत नहीं है ऐसे में अब इस देश के भगवान ही मालिक हैं.
- अनुराग श्रीवास्तव.
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