Header Ads

विश्वामित्र गांव में कल से शुरू होगा गंगा गीत यज्ञ ..

बताया कि गंगोत्री से गंगासागर तक 5 बार यात्रा कर चुके प्रसिद्ध लेखक व कवि निलय उपाध्याय की प्रेरणा से भोजपुरी में लुप्त होती पारंपरिक और पुरातन संस्कृति से लोगों को रूबरू कराने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है. 

- कार्यक्रम के आयोजन को लेकर आयोजित की गयी बैठक.

- आयोजन के द्वारा पुरातन संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन की होगी कोशिश.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: वसंतोत्सव पर शनिवार से शुरु हो रहे गंगा गीत यज्ञ से पूर्व विश्वामित्र ग्राम में आयोजक तथा कलाकारों की एक बैठक संपन्न हुई. बैठक में शनिवार से भोजपुरी लोकगीतों को सहेजने वाले संस्कृतिक यज्ञ  के आयोजन तथा उसके फिल्मांकन की रूपरेखा तय की गई. मौके पर भोजपुरी लोक गायन तथा वादन के मशहूर कलाकार एवं आयोजक मौजूद रहे.

गंगा गीत यज्ञ का फिल्मांकन करने पहुंचे डायरेक्टर ओ पी पांडेय ने बताया कि गंगोत्री से गंगासागर तक 5 बार यात्रा कर चुके प्रसिद्ध लेखक व कवि निलय उपाध्याय की प्रेरणा से भोजपुरी में लुप्त होती पारंपरिक और पुरातन संस्कृति से लोगों को रूबरू कराने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है. आयोजन को लेकर श्री उपाध्याय स्वयं गंगा के तट पर कुटि बना कर रह रहे हैं. यह कार्यक्रम आगामी 25 फरवरी तक चलने की संभावना है. जिसको लेकर आज कलाकारों तथा आयोजकों की बैठक करते हुए कार्यक्रम की रूप रेखा तय की गयी. बैठक में प्रसिद्ध साहित्यकार निलय उपाध्याय, प्रभंजन भारद्वाज, प्रसिद्ध गायिका चंदन तिवारी, रेखा तिवारी, कोरस कलाकार अमन कुमार तथा अन्य प्रबुद्धजनों के द्वारा एक बैठक कर कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई साथ ही साथ सभी ने गीतों के फिल्मांकन के लिए चयनित  स्थानीय मिश्रवलिया गाँव स्थित काली माता मंदिर तथा विश्वामित्र ग्राम का दर्शन किया गया. इस दौरान वाद्ययंत्र प्रशिक्षक के रूप में मौजूद प्रभंजन भारद्वाज ने सभी का उत्साहवर्धन किया.

श्री पांडेय ने बताया कि आयोजन को लेकर शुक्रवार को ही लगभग 800 वर्ग मीटर के भूभाग में फैले यज्ञ स्थल को गायत्री मंत्र के साथ पीले अक्षत से घेरा गया तथा गुरु विश्वामित्र के नाम पर इस स्थल का नाम विश्वामित्र ग्राम रखा गया. उन्होंने बताया कि वेदों में विश्वामित्र की तपोभूमि के रूप में बक्सर के ठोरा-गंगा संगम स्थल का ही वर्णन मिलता है. ऐसे में वर्तमान में संगम स्थल के पास बचा भूभाग ही उनकी तपस्या का गवाह प्रतीत होता है. उन्होंने बताया कि आयोजन  में तमाम प्रबुद्ध जनों के साथ साथ प्रसिद्ध लेखक ज्योतिष जोशी भी बक्सर पधार रहे हैं.










No comments