Header Ads

विभागीय लापरवाही पड़ी मैकेनिक की जान पर भारी, मौत के बाद बवाल, घंटों बाद माने लोग ..

मौके पर मां मनोरमा देवी व बहनों की चीत्कार सबके दिल पर भारी पड़ रही थी. बताते हैं कि, पिता के बाद यही पुत्र कमाऊ था. बड़ा पुत्र अभी भी किसी काम की तलाश में है. भुवाली के असमय मौत से तो जैसे परिवार पर पहाड़ ही टूट पड़ा है.

- चौसा में बिजली मरम्मत के दौरान हुआ हादसा.
- बिजली विभाग की लापरवाही बताकर किया गया विरोध प्रदर्शन.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: बीती रात मंगलवार को उड़े फ्यूज की मरम्मत के दौरान दौड़ रहे करंट के कारण एक मानवबल कर्मी की मौत हो गई. इसकी जानकारी होने के बाद चौसा विद्युत उपकेन्द्र में हड़कम्प मच गया. आनन-फानन में घटना के बाद ग्रामीणों द्वारा शव को घर लाया गया. जहां, उसे देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. वहीं, बुधवार को घर पहुंचे अधिकारियों के द्वारा मुआवजा की घोषणा के बाद शव को अंत्यपरीक्षण हेतु अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया.

मिस्त्री के शव के साथ विद्युत कार्यालय पर बवाल:

बिजली मिस्त्री की मौत के बाद बुधवार की सुबह विभाग के मानव बलों ने शव के साथ विद्युत कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया.इस दौरान संघ की ओर से अधिकारियों के समक्ष पांच सूत्री मांग पत्र प्रस्तुत किया गया. जिस पर आश्वासन मिलने के बाद प्रदर्शन शांत हुआ. दरअसल,  सुबह पोस्टमार्टम के बाद मानव बल संघ के सदस्यों ने शव को विद्युत कार्यालय के गेट पर रखकर जोरदार प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. इस दौरान मौके पर मौजूद बिजली विभाग के अधिकारियों ने उनकी मांगों को ध्यान पूर्वक सुनने के बाद यथा संभव समाधान का आश्वासन दिया. वहीं, अधिकारियों ने सामूहिक रूप से चंदा एकत्रित कर लगभग 23 हजार 500 रुपये की मदद की. तब जाकर मानवबलों का प्रदर्शन शांत हुआ. मौके पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी तथा नगर थानाध्यक्ष भी पहुंचे हुए थे.

मंगलवार की रात को हुआ था हादसा: 

बता दें कि,  मंगलवार की रात नौ बजे पोल पर चढ़कर काम करने के दौरान अखौरीपुर गोला निवासी बिजली मिस्त्री भुआली चौधरी की करंट की चपेट में आकर मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. हादसा की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे विभाग के अधिकारियों द्वारा मृतक के परिजनों को चार लाख रुपया मुआवजा देने के साथ ही श्रम विभाग की ओर से एक लाख की सहायता दिए जाने की घोषणा कर दी गई थी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था. 

विभाग  की लापरवाही कर्मियों पर पड़ गई भारी:

बताया जाता है कि गत एक वर्ष से चौसा विद्युत उपकेन्द्र में गोला टाउन फीडर के तीन फेज के सर्किट ब्रेकर में एक खराब है. जिससे एक फेज कनेक्शन की आपूर्ति कट नहीं होती थी. उसे अलग से शट कराने के बाद लाइन कट होती थी. माना जा रहा है कि मंगलवार की रात भी कनेक्शन विच्छेद नहीं हुआ होगा. जिससे मानवबल को स्पर्शाघात हो गई होगी. हालांकि, अधिकारियों को जब इस बात की जानकारी थी तो फिर बदलने की कवायद अब तक क्यों नहीं की गई यह सवाल सबों द्वारा खड़े किए जा रहे थे. बताया जाता है कि आज भी बहुत से लगे ट्रांसफार्मर के नीचे लगे कनेक्ट बोर्ड कई-कई माह से खराब पड़े हैं. लेकिन, विभाग इसके प्रति लापरवाह बना हुआ है. इधर, कनीय अभियन्ता पंकज कुमार ने बताया कि ब्रेकर को बदलने के लिए पूरा सेट बदलना पड़ेगा. इसके लिए विभाग को कहा गया है.


घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल:

पिता रामजी चौधरी के पुत्र भुवाली कुमार की विद्युत दुर्घटना में मौत होने के बाद घर में कोहराम मच गया. वह दो भाई व चार बहनों में सबसे छोटा था. हालांकि, अभी वह अविवाहित था और सबका चहेता बना हुआ था. मौके पर मां मनोरमा देवी व बहनों की चीत्कार सबके दिल पर भारी पड़ रही थी. बताते हैं कि, पिता के बाद यही पुत्र कमाऊ था. बड़ा पुत्र अभी भी किसी काम की तलाश में है. भुवाली के असमय मौत से तो जैसे परिवार पर पहाड़ ही टूट पड़ा है.








No comments