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भव्य झूला उत्सव का हुआ आयोजन, परिकरों संग झूले भगवान ..

इस दौरान दिव्य उत्सव का आयोजन हर साल किया जाता है. जिसमें भजन संध्या समेत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस बार सावन पूर्णिमा के साथ-साथ स्वतंत्रता दिवस होने के कारण एक अद्भुत संयोग बना था. जिसमें तिरंगे झंडे से मंदिर को सजाया गया था.

- काशी के लक्ष्मी नरसिंह मंदिर प्रह्लाद घाट में हुआ आयोजन.
- संतों- महात्माओं का हुआ संगम, भजन संध्या का हुआ आयोजन.

बक्सर टॉप न्यूज़, वाराणसी: मुमुक्षु नारायण स्वामी यति राजलक्ष्मी नरसिंह पीठाधीश्वर के मार्गदर्शन में श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के कृपा पात्र शिष्य बद्रीनाथ बनमाली स्वामी जी के द्वारा लक्ष्मी नरसिंह मंदिर प्रह्लाद घाट काशी में झूला उत्सव का आयोजन किया गया, यह उत्सव त्रिदंडी स्वामी समाधि स्थल के जगतगुरु रामानुजाचार्य अयोध्या नाथ स्वामी के सहयोग से श्रावण शुक्ल एकादशी से शुरू होकर सावन पूर्णिमा को अपनी पूर्णता को प्राप्त हुआ.

जानकारी देते हुए बनमाली जी महाराज ने बताया कि झूला उत्सव में पांच दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन होता है. जिसमें लक्ष्मी नरसिंह भगवान, माता लक्ष्मी एवं अपने समस्त परिकरों सहित झूला झूलते हैं. इस दौरान दिव्य उत्सव का आयोजन हर साल किया जाता है. जिसमें भजन संध्या समेत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस बार सावन पूर्णिमा के साथ-साथ स्वतंत्रता दिवस होने के कारण एक अद्भुत संयोग बना था. जिसमें तिरंगे झंडे से मंदिर को सजाया गया था.

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान प्रयाग पीठाधीश्वर हरिओम स्वामी, प्रयाग के संतों- महात्माओं समेत, शंभू जी, घनश्यामाचार्य जी, भूषण जी, कपिल जी, सुदर्शनाचार्य जी, पवन जी, दिव्यानंद जी, पवन शास्त्री, काशी तथा बक्सर समेत देश-विदेश से पहुंचे कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे. उन्होंने बताया कि भजन संध्या में प्रख्यात कलाकार जियालाल ठाकुर तथा उनकी मंडली ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियां दी.












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