एलआइसी विवाद: प्रबंधन के खिलाफ अभिकर्ता चलाएंगे असहयोग आंदोलन ..
एक तरफ जहां एलआईसी के अधिकारी उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं. वहीं, शाखा प्रबंधक भी अभिकर्ताओं की बात नहीं सुनते. ऐसे में एक तरफ जहां पॉलिसीधारकों के कार्यों में विलंब होता, जिसके कारण पॉलिसीधारकों के समक्ष अभिकर्ता तथा एलआइसी दोनों के साख खराब होती है.
अभिकर्ताओं के साथ बात करती एसआई नीतू प्रिया |
- नहीं थम रहा एलआइसी अभिकर्ताओं का आक्रोश.
- अभिकर्ताओं ने दी चेतावनी, नहीं करेंगे नव व्यवसाय.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: भारतीय जीवन बीमा निगम के अभियंताओं ने लगातार तीसरे दिन भी प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन जारी रखा. गुरुवार को अभिकर्ता कार्यालय खुलने के साथ ही कार्यालय के गेट पर पहुंच कर धरने पर बैठ गए. उन्होंने प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अभिकर्ता यह आरोप लगा रहे थे कि, एक तरफ जहां एलआईसी के अधिकारी उनके साथ दुर्व्यवहार करते हैं. वहीं, शाखा प्रबंधक भी अभिकर्ताओं की बात नहीं सुनते. ऐसे में एक तरफ जहां पॉलिसीधारकों के कार्यों में विलंब होता, जिसके कारण पॉलिसीधारकों के समक्ष अभिकर्ता तथा एलआइसी दोनों के साख खराब होती है. उन्होंने कहा कि एलआइसी के अधिकारियों द्वारा निर्धारित कार्य दिवस के अंतर्गत कोई भी काम नहीं निपटाया जाता. मसलन यदि किसी को उसकी पॉलिसी पर लोन लेना है तो निर्धारित तीन कार्य दिवसों के जगह अधिकारी महीनों तक कार्य को लटका देते हैं. अभिकर्ताओं का कहना था कि पहले ऐसा नहीं था. लेकिन, विगत एक वर्ष से इस तरह का कार्य हो रहा है. जिसके चलते अभिकर्ताओं के साथ-साथ एलआइसी का भी हित प्रभावित हो रहा है.
उधर, अभिकर्ताओं के आंदोलनरत होने की बात सुनकर मौके पर स्थानीय पुलिस भी पहुंच गई तथा मामले में शाखा प्रबंधक तथा अभिकर्ताओं का पक्ष जाना. उधर, सभी एजेंटों ने स्पष्ट रूप से घोषणा करते हुए कहा कि जब तक एलआईसी के अधिकारी अपने व्यवहार में परिवर्तन नहीं लाते तब तक एलआईसी अभिकर्ता असहयोग आंदोलन चलाएंगे. इस दौरान वह नव व्यवसाय का कार्य ठप रखेंगे. वहीं, शाखा प्रबंधक ने कहा कि किसी भी समस्या का हल बैठकर निकल सकता है.
मौके पर वरिष्ठ अभिकर्ता राजीव कुमार चौबे, श्रीधर मिश्रा, दिलीप कुमार चौरसिया, प्रदीप कुमार, अनिल जोंस, राजीव रंजन सिंह, योगेंद्र कुमार समेत शाखा के तकरीबन 500 से ज्यादा अभिकर्ता मौजूद रहे.
Post a Comment