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गंगा का जल हुआ स्थिर लेकिन, बढ़ा बीमारियों का खतरा, डीएम एसपी ने किया क्षेत्रों का दौरा, सीएस को चिकित्सा दल गठन का निर्देश ..

जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह तथा एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया तथा स्थिति का जायजा लेते हुए मातहतों को कई निर्देश भी जारी किए. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि, बाढ़ की स्थिति अभी ऐसी नहीं है कि लोगों को सुरक्षित स्थान तक निकाला जाए. 

- 24 घंटे से ज्यादा समय से स्थिर है गंगा का पानी.
- बाढ़ का पानी जमा होने से बीमारियों का बढ़ा खतरा.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गंगा का जलस्तर पिछले 24 घंटे से स्थिर है. बताया जा रहा है कि, इलाहाबाद तथा वाराणसी में बेहद धीमी गति से गंगा का जलस्तर घट भी रहा है. जानकारी देते हुए केंद्रीय जल आयोग के बक्सर के कनीय अभियंता कन्हैया प्रसाद ने बताया कि जलस्तर लगातार 60.92 मीटर पर स्थिर है. इलाहाबाद में जलस्तर में कमी भी दर्ज की जा रही है. हालांकि, यह कमी बेहद मामूली है. इसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि, बक्सर में भी मंगलवार से जलस्तर में कमी आनी शुरू हो जाएगी. जिलाधिकारी राघवेंद्र सिंह तथा एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया तथा स्थिति का जायजा लेते हुए मातहतों को कई निर्देश भी जारी किए. हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि, बाढ़ की स्थिति अभी ऐसी नहीं है कि लोगों को सुरक्षित स्थान तक निकाला जाए. लेकिन, लोगों को दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की सहायता उन्हें उपलब्ध कराई जाएगी.
बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सकीय दल के गठन के लिए निर्देश:

उधर बाढ़ का पानी जमा होने के कारण रोगों के फैलने की आशंका भी प्रबल हो गई है. जिले के बाढ़ प्रभावित प्रखंड बक्सर, चौसा, सिमरी, चक्की, ब्रह्मपुर के तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का पानी जमा हो गया है. जिसके कारण बाढ़ जनित बीमारियों के फैलने से रोकथाम के लिए जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि, वह आवश्यकता अनुसार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सकीय दल की प्रतिनियुक्ति तात्कालिक प्रभाव से करना सुनिश्चित करें. चिकित्सकीय दल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित लोगों को चिकित्सकीय लाभ उपलब्ध कराएंगे.













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