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जरूरतमंदों को नहीं मिल रहा आयुष्मान भारत योजना का लाभ , अब या तो "पैसे भरो या मरो" ..

कई माह बीत जाने के बावजूद भी निजी अस्पतालों को योजना से आच्छादित नहीं किया गया है. नतीजा यह है कि, वह सुविधाएं जो सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं होती है उन्हें पाने के लिए मरीजों को बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ रहा है.

- सरकारी अस्पताल ही है एकमात्र विकल्प.
- निजी अस्पतालों को आवेदनों पर महीनों नहीं हुई सुनवाई.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी अस्पतालों को भी आयुष्मान भारत योजना में जोड़ना है. बड़े शहरों में यह प्रक्रिया बहुत पहले ही शुरू हो गई है. वहां कई छोटे-बड़े अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं मरीजों को प्रदान कर रहे हैं.

जिले में भी कुल पांच निजी अस्पतालों द्वारा आयुष्मान भारत योजना से जुड़कर रोगियों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए आवेदन दिया गया है. हालांकि, कई माह बीत जाने के बावजूद भी निजी अस्पतालों को योजना से आच्छादित नहीं किया गया है. नतीजा यह है कि, वह सुविधाएं जो सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं होती है उन्हें पाने के लिए मरीजों को बड़े शहरों की ओर रुख करना पड़ रहा है.

इस संदर्भ में नगर के प्रतिष्ठित वी.के. ग्लोबल अस्पताल के निदेशक डॉ.वी.के. सिंह से बात करने पर उन्होंने बताया कि कई महीनों पूर्व ही आयुष्मान भारत योजना से जुड़ने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया गया था. लेकिन, काफी समय बीत जाने के बाद भी अस्पताल को इस योजना से आच्छादित नहीं किया गया. यही नहीं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कोई जांच अथवा किसी अन्य प्रकार की कोई प्रक्रिया भी पूरी नहीं की गई. हालांकि, आंतरिक सूत्रों से यह ज्ञात हुआ कि, जिस वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन किया गया था वह वेबसाइट ही क्रैश हो चुकी है. ऐसे में एक बार फिर ऑनलाइन आवेदन करना पड़ेगा. हालांकि, यह आवेदन कहां और किस वेबसाइट पर करना होगा यह नहीं बताया जा सका है. दूसरी तरफ डुमराँव के जगदीश आई हॉस्पिटल के निदेशक प्रदीप जायसवाल की मानें तो विभागीय सुस्ती सरकार की इस पहल पर ग्रहण लगा रही है. ऑनलाइन आवेदन करने के कई महीनों के पश्चात स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अस्पताल की जांच तो कराई गई लेकिन, अब तक अस्पताल को इस योजना से आच्छादित नहीं किया जा सका है.

इस संदर्भ में सिविल डॉक्टर उषा किरण वर्मा से बात करने पर उन्होंने बताया कि, आयुष्मान भारत को लेकर सभी जिलों के सिविल सर्जन तथा अन्य अधिकारियों की एक मीटिंग पटना में बुलाई गई है. जिसके लिए वह तथा डी.पी.एम. पटना पहुंच चुके हैं. मीटिंग में मिलने वाले निर्देशों के आलोक में आगे की कार्रवाई करते हुए निजी अस्पतालों को भी इस योजना से जोड़ने की शुरुआत की जाएगी.













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