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घंटों तक तड़पता रहा रोगी, "नजराने" के लिए इंतज़ार करता रहा एम्बुलेंस चालक ..

एंबुलेंस में तेल ना होने की बात कह कर मरीजों के परिजनों से अवैध वसूली किया करते हैं. मजे की बात यह है कि, इस तरह की बातों की जानकारी होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी भी एंबुलेंस चालकों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाते. 

एम्बुलेंस का इंतजार करते मरीज के परिजन

- एंबुलेंस में तेल ना होने का बहाना बनाकर घंटों तक कराया मरीज को इंतजार.
- अवैध वसूली के लिए हमेशा इस तरह के कार्य करने की सामने आई बात.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सदर अस्पताल में एंबुलेंस चालकों की मनमानी सामने आई है. एंबुलेंस चालक तेल ना होने का बहाना बनाकर मरीज के परिजनों से पैसे की मांग कर रहे थे. वहीं, मरीज के परिजनों द्वारा पैसे न दिए जाने के कारण मरीज को लगभग तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा. इस दौरान मरीज की हालत बिगड़ने लगी. बाद में मामला मीडिया कर्मियों के संज्ञान में आने के बाद सिविल सर्जन द्वारा आनन-फानन में मरीज को वाराणसी भिजवाया गया.

मिली जानकारी के मुताबिक नगर के नया बाजार के रहने वाले 53 वर्षीय बिहारी प्रसाद केसरी को सीने में दर्द की शिकायत पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहाँ उनकी हालत गंभीर होने के बाद चिकित्सिकों द्वारा उन्हें वाराणसी ले जाने की सलाह दी गई. जिसके बाद मरीज के परिजनों ने एंबुलेंस चालक से संपर्क किया चालक ने बताया कि, एंबुलेंस में तेल नहीं है. ऐसे में उन्हें तेल बढ़ाने के लिए पैसे देने होंगे. इसी बीच इस बात की भनक मीडिया कर्मियों को लग गईज़.जिसके बाद मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने जब इस संदर्भ में सिविल सर्जन से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि, तकनीकी दिक्कतों के कारण एंबुलेंस को तेल नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में कोई वैकल्पिक व्यवस्था करा कर मरीज को वाराणसी भिजवाया जाएगा.

एम्बुलेंस चालक करते हैं मनमानी, अधिकारी साधे रहते हैं मौन: 

दूसरी तरफ अस्पताल सूत्रों की मानें तो एंबुलेंस चालकों की मनमानी कई दिनों से जारी है. एंबुलेंस में तेल ना होने की बात कह कर मरीजों के परिजनों से अवैध वसूली किया करते हैं. मजे की बात यह है कि, इस तरह की बातों की जानकारी होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी भी एंबुलेंस चालकों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाते. नतीजा यह होता है कि, रोगी तथा उनके परिजन भ्रष्टाचार के शिकार होते रहते हैं.



















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