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प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को छोड़कर बैंक जाने के मामले में महिला चिकित्सक पर हो सकती है कार्रवाई ..

उन्होंने बताया है कि, इस बाबत जानकारी होने के बावजूद भी सिविल सर्जन द्वारा चिकित्सिका के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है. ऐसे में डॉ. मेघा राय के चिकित्सक के अनुकूल आचरण नहीं करने के कारण किसी दिन विधि व्यवस्था की बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है. 


- अनुमंडल पदाधिकारी ने डीएम को कराया मामले से अवगत, कहा- महिला चिकित्सक का आचरण बन सकता है विधि व्यवस्था की परेशानी.
- रेड क्रॉस के सचिव सह रोगी कल्याण समिति के सदस्य श्रवण तिवारी ने की थी शिकायत

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: पिछले 30 नवंबर को सदर अस्पताल में भर्ती कराई गई प्रसव पीड़ा से परेशान एक महिला को अस्पताल के चिकित्सक डॉ. मेधा राय द्वारा तड़पते हुए छोड़कर चले जाने के मामले में रेडक्रॉस के सचिव सह रोगी कल्याण समिति के सदस्य डॉ. श्रवण कुमार तिवारी के द्वारा की गई शिकायत के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी. जिसमें उन्होंने बताया है कि, इस बाबत जानकारी होने के बावजूद भी सिविल सर्जन द्वारा चिकित्सिका के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई है. ऐसे में डॉ. मेघा राय के चिकित्सक के अनुकूल आचरण नहीं करने के कारण किसी दिन विधि व्यवस्था की बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है. 


इस पत्र की प्रतिलिपि उनके द्वारा सिविल सर्जन डॉ उषा किरण वर्मा को भी भेजी गई थी जिसके बाद सिविल सर्जन ने मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए अस्पताल के उपाधीक्षक डीएन पांडेय को पत्र लिखकर 14 दिसंबर तक अपना मंतव्य प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. बताया जा रहा है कि, उपाधीक्षक के द्वारा मंतव्य आने के पश्चात चिकित्सिका पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है.

बता दें कि, पिछले 30 नवंबर को प्रसव पीड़ा से परेशान एक महिला को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था. संयोगवश महिला कर्मी बक्सर सदर अस्पताल में ही कार्यरत हैं. बावजूद इसके महिला चिकित्सक डॉ. मेघा राय ड्यूटी के बीच में ही यह कहकर सदर अस्पताल से निकल गई कि, उन्हें बैंक जाना है. बाद में मामले को लेकर रोगी कल्याण समिति के सदस्य डॉ. श्रवण कुमार तिवारी ने सिविल सर्जन तथा एसडीएम शिकायत की थी.
















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