जयंती पर सावित्री बाई फुले के संघर्षों से प्रेरणा लेने की अपील ..
उन्होंने महिलाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की थी. आज के युग में हमें, खासकर बच्चियों और महिलाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. साथ ही शिक्षक दिवस की तरह इनकी जयंती शिक्षिका दिवस के रूप में मनाई जानी चाहिए.
- एसएफआई जिला कमेटी के द्वारा आयोजित किया गया था कार्यक्रम.
- सावित्रीबाई फुले के संघर्षों से अवगत हुए युवा.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एसएफआई जिला कमेटी के नगर के पुराने अस्पताल रोड में अवस्थित स्थानीय कार्यालय में प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले की जयंती मनाई गई. कार्यक्रम की शुरुआत उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि के द्वारा की गई.
इस दौरान संस्था के जिला सचिव अंकित कुमार सिंह महिलाओं को उनसे सीखना चाहिए जब वह पढ़ने जाया करती थी तो समाज के लोग उन पर फब्तियां कसते थे. इतना ही नहीं उन पर गोबर तक फेंकते थे. हालांकि, उसका सामने करते हुए वह एक अतिरिक्त साड़ी लेकर स्कूल जाती थी ताकि, स्कूल में पहन सके और इस तरह उन्होंने अपने पढ़ाई पूरी करते हुए समाज को सुधारा. उन्होंने महिलाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की थी. आज के युग में हमें, खासकर बच्चियों और महिलाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. साथ ही शिक्षक दिवस की तरह इनकी जयंती शिक्षिका दिवस के रूप में मनाई जानी चाहिए.
मौके पर उपस्थित सचिव रमेश राम ने कहा कि, वह और उनके पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले ने एक साथ महिलाओं के अधिकार व शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए. मौके पर दिनेश राम, राजेश राज, अभिषेक कुमार, आलोक त्रिपाठी, अमित त्रिपाठी, दीपक कुमार, शाहरुख खान, सलमान खान, चुनमुन, राजू, हर्षित ठाकरे, पंकज मिश्र, डब्लू, कृष्णा, वसीम खान, फिरोज, राजेश राज, रजनीश रंजन श्रीवास्तव, डी.के.पाल, रवि रंजन सिंह, बृजेश कुमार के साथ साथ दर्जनों लोग उपस्थित रहे.
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