कचरे के बीच खुला ओपन जिम, नगरवासियों में रोष ..
जिस स्थान पर ओपन जिम बनाया गया था वहां पर कचरे का ढेर फैला हुआ था, जिससे निकलने वाली तीव्र दुर्गंध लोगों को बीमार करने के लिए काफी थी. वहीं दूसरी तरफ उपकरणों के सुरक्षा के लिए भी कोई विशेष इंतजाम अथवा देखरेख के उपाय नहीं किए गए थे.
- लोगों ने पूछा- स्वस्थ बनाने की पहल अथवा बीमार डालने की कोशिश?
- अधिष्ठापन के प्रश्न पर नप तथा वुडको दोनों ने खड़े किए हाथ
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: नगर में विभिन्न स्थानों पर लोगों के स्वस्थ रहने की परिकल्पना के साथ जिम के उपकरण लगाए गए हैं. माना जा रहा है कि, लोगों को स्वस्थ रहने की प्रेरणा देने हेतु यह सभी उपकरण लगाए गए हैं. हालांकि, जिन जगहों पर अथवा जिस तरीके से इन उपकरणों को अधिष्ठापन किया गया है उन्हें देखकर यह कहना बेहद मुश्किल है कि, यह पहल लोगों के लिए लाभकारी होगी अथवा नहीं?
रविवार को किला मैदान में व्यायाम करने पहुँचे लोगों ने जब ओपन जिम को देखा तो प्रफुल्लित हो उठे. हालांकि, यह खुशी ज्यादा देर तक नहीं रही. जब उन्होंने उपकरणों के अधिष्ठापन का स्थान देखा तो लोग यह सोचने लगे कि, उपकरणों का अधिष्ठापन उन्हें स्वस्थ बनाए रखने के लिए किया गया है अथवा उन्हें बीमार डालने के लिए? दरअसल, जिस स्थान पर ओपन जिम बनाया गया था वहां पर कचरे का ढेर फैला हुआ था, जिससे निकलने वाली तीव्र दुर्गंध लोगों को बीमार करने के लिए काफी थी. वहीं दूसरी तरफ उपकरणों के सुरक्षा के लिए भी कोई विशेष इंतजाम अथवा देखरेख के उपाय नहीं किए गए थे. ऐसे में लोगों ने प्रशासन के इस कृत्य पर रोष जताया.
इस बाबत जब नगर परिषद के उप मुख्य पार्षद इंद्र प्रताप सिंह से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया कि, बक्सर तथा डुमराँव नगर के 5 स्थानों पर ओपन जिम बनाने को लेकर यह उपकरण लगाए जाने हैं. हालांकि, यह उपकरण किस विभाग अथवा किस अधिकारी की देखरेख पर लगाए जा रहे हैं यह बात अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है. ऐसे में हालात यह है कि, उपकरण लगाने पहुंचने वाले लोग उपकरणों के अधिष्ठापन के सही स्थानों का भी चयन नहीं किया है.वहीं, नगर परिषद को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है. उधर, वुनको के कार्यपालक अभियंता केदार प्रसाद साहू से जब इस विषय में पूछा गया तो उन्हें ने भी अनभिज्ञता जताई. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि, क्या शहर में हो रहे विकास कार्यों की देखरेख करने वाला भी कोई नहीं?
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