Buxar Top News: बेहतरीन: सामाजिक कार्यकर्ताओं की पहल पर अनाथ बहनों का दहेज़ मुक्त विवाह ...
बक्सर : बक्सर के राजपुर प्रखंड में ग्रामीणों
ने दोनों बहनों की बिना दान दहेज की शादी करायी |भगवान बुद्ध और भीमराव अंबेडकर को
साक्षी मानते हुए वर वधु ने सात फेरे लिए |जयमाल डालते ही ग्रामीणों ने पुष्प की
वर्षा की |
अब तक की जिले में यह अपने आप में एक अनोखी शादी
थी | ग्रामीणों ने भोज का भी इंतजाम किया था. राजपुर प्रखंड के पलिया गांव स्थित
संत रविदास मंदिर में यह शादी करायी गयी | शादी समारोह में बसपा प्रदेश महासचिव
लालजी राम ने विशेष पहल की. कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र के बाघिन कला गांव
की गुड़िया कुमारी और चांदमुनि कुमारी के पिता जगजीवन राम का निधन बहुत पहले ही हो
गया था | आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण बच्चियों की शादी नहीं हो पा रही थी |
जिसके बाद राजपुर प्रखंड के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बच्चियों के शादी का बीड़ा
उठाया और दोनों सगी बहनों की शादी राजपुर थाना क्षेत्र के ईंटवा तथा बूढ़ाडीह गांव
में ठीक की | रविवार को दोनों बहनें राजपुर प्रखंड के पलिया गांव स्थित मंदिर
पहुंची | जहां ईंटवा गांव के रहने वाले दूधनाथ राम के पुत्र चंदन कुमार और सुरेश
राम के पुत्र शिवजी राम के साथ सात फेरे लिये |
इस शादी में किसी प्रकार का दान दहेज नहीं लिया
गया है |
समाज में लोगों ने एक मैसेज भी दिया है | रविवार को आयोजित इस सादे शादी
समारोह में बिना किसी ताम झाम के हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे | भगवान
बुद्ध एवं संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को साक्षी मानकर महिला बौद्घाचार्य
सह सामाजिक कार्यकर्ता कुसुम रानी के द्वारा शादी समारोह संपन्न कराया | इस अवसर
पर उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बसपा महासचिव लालजी राम ने कहा कि दहेज
एक कलंक के समान है़जिसके कारण आज वधुओं को जला दिया जाता है |
समाज में जागरूकता पैदा करने वाली यह शादी का
असर भी दिखना शुरू हो गया है. शादी समारोह में शिरकत कर रहीं पलियां गांव की महिला
नेता देवी, फुलझरिया देवी, संगीता देवी ने कहा कि आगे से हमहु आपन लइकी आ
लइका के शादी अइसहीं करब | इसके साथ ही दहेज न लेने और दहेज न देने का महिलाओं ने
संकल्प लिया |
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