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Buxar Top News: बदहाल व्यवस्था: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को प्रशासन ने दिया बांस का सहारा ...


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सूबे के मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चयों में से एक आर्थिक हल युवाओं को बल के लिए साढ़े तीन करोड़ की लागत से बने जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र अपनी बदहाली पर आँसू बहाने को मजबूर है |
परामर्श केंद्र में आने वाले युवाओं को जहाँ भीषण गर्मी में बंद पंखों के नीचे अपनी बारी का इंतज़ार करते हैं | वहीँ उनके लिए पीने के पानी तक की व्यवस्था केंद्र में नहीं है | मोटर ख़राब होने की बात कह कर युवाओं को पानी के लिए भटकने को छोड़ दिया जाता है | केंद्र के बोर्ड को भी बांस के सहारे टिका कर रखा गया है |
तफ्तीश करने पर पता चला कि यहाँ सिर्फ बिजली रहने पर ही पंखे चलते हैं | वहीँ जब निरीक्षण के लिए किसी का आगमन होता है तो जेनरेटर चलाया जाता है | सूत्रों की माने तो सात निश्चय यात्रा के दौरान जब मुख्यमंत्री का बक्सर आगमन हुआ था तब जेनरेटर में तेल डाला गया था | उसके बाद तेल का प्रावधान न होने की बात कह कर जेनरेटर कभी नहीं चलाया जाता है | इनवर्टर से सिर्फ काउंटर के पंखे ही चलते हैं | मजबूरन दूर-दराज से आये युवा भीषण गर्मी को झेलने को मजबूर होते हैं |
दूसरी ओर केंद्र का मोटर ख़राब होने के कारण प्यास लगने पर युवा इधर उधर भटकते नज़र आते हैं | मालूम करने पर पता चला कि निबंधन केंद्र में पानी की टंकी लगी है पर मोटर ख़राब रहने के कारण उसमें पानी नहीं भरा जा रहा है |
अनियमितताओं के बाबत जब केंद्र के प्रबंधक शैलेश कुमार से बात की गयी उन्होंने भी टालमटोल का जवाब दिया | उनका कहना है कि जेनरेटर के लिए तेल पहले मिला करता था पर अब नहीं मिल रहा है | जिसके लिए विभाग से बात की गयी है | वहीँ पानी की समस्या के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि केंद्र में संवेदक द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसके द्वारा मोटर इस्तेमाल किए जाने से मोटर ख़राब हो गया है | जब उनसे यह पूछा गया कि कहीं मोटर में घाटिया पार्ट्स तो नहीं लगाए गए है तो उन्होंने कहा कि कार्यपालक पदाधिकारी से मामले की जांच को कहा गया है | वहीँ बांस के सहारे खड़े लाइट बोर्ड के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि गत दिनों आयी तेज आंधी में वह उखड़ गया है जिसको बांस का सहारा दिया गया है |इस बाबत वरीय पदाधिकारी शिशिर मिश्रा को संपर्क करने की कोशिश की गयी मगर कई बार फोन करने पर भी फोन नहीं उठाया |
बहरहाल, अब देखना यह है कि सात निश्चय योजनाओं के सही अनुपालन का ढोल पीटने वाला जिला प्रशासन इस बदहाल व्यवस्था को सुधारने के लिए अपनी कुम्भकर्णी निद्रा से कब जागता है ...



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