Buxar Top News: 12 वीं फ़ैज मेमोरियल टूर्नामेंट का हुआ समापन, अमेजिंग आजमगढ़ ने पटना को हरा जमाया खिताब पर कब्जा ..
यह बहुत ही हर्ष और उल्लास की बात है कि इतने लोग हर साल एक साथ फैज अहमद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं.
- स्वर्गीय फैज अहमद स्मृति में हर वर्ष आयोजित होता है कार्यक्रम.
- 54 रनों की जीत के साथ विजेता बन गया आजमगढ़.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: 12वीं फैज मेमोरियल क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल महा मुकाबला बुधवार को स्वर्गीय फैज अहमद की 12 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर अमेजिंग आजमगढ़ की पटना पर जीत के साथ संपन्न हो गया. इस प्रतियोगिता में टॉस जीतकर पटना की टीम ने अमेजिंग आजमगढ़ की टीम को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया. आजमगढ़ की टीम ने 29.1 ओवर में 175 रन बनाए और ऑल आउट हो गई जवाब में पटना की टीम 25.30 में मात्र 119 रन ही बना सकी. इसके साथ ही अमेजिंग आजमगढ़ की टीम ने 54 रनों से मैच एवं जीतकर विजेता ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया. विजेता टीम को 30 हज़ार रुपए की नगद पुरस्कार राशि भी प्रदान की गई. वहीं उपविजेता पटना की टीम को उपविजेता ट्रॉफी के साथ-साथ 15 हज़ार रुपए का नगद पुरस्कार दिया गया. वहीं आजमगढ़ टीम के कप्तान अमन श्रीवास्तव को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया.
महामुकाबले में मुख्य अतिथि के रुप में सांसद डॉ. अरुण कुमार वहीं विशिष्ट अतिथि के रुप में सदर विधायक संजय कुमार तिवारी मौजूद रहे अतिथियों ने सर्वप्रथम स्वर्गीय फैज अहमद को अपने श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ पुरस्कारों का वितरण किया मौके पर गणमान्य अतिथियों में युवराज चंद्र विजय सिंह डॉक्टर सीएम सिंह, डॉ. आशुतोष कुमार सिंह, सुरेश अग्रवाल, कृष्णा नंद सिंह, इंद्र प्रताप सिंह उर्फ बबन सिंह, शेषनाथ सिंह, लता श्रीवास्तव, नियामतुल्लाह फरीदी, अरविंद कुमार चौबे, नन्दू पांडेय, डॉ. तनवीर फरीदी डॉ. सुजीत कुमार, उदय शंकर प्रसाद, प्रमोद अग्रवाल, मनोज अग्रवाल समेत कई लोग मौजूद रहे.
कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए सांसद अरुण कुमार ने कहा कि फैज अहमद बहुत ही जिंदादिल आदमी थे उनकी याद में इस तरह का कार्यक्रम होना उनको सच्ची श्रद्धांजलि है.उन्होंने कहा कि आज भले इस दुनिया से चले गए हैं पर लोगों के दिलों में आज भी बसे हुए हैं. उन्होंने आयोजकों को मैच के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद दिया.
सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि फैज अहमद से उनका संबंध 90 के दशक से ही है. वह जब भी बक्सर आते थे तो फैज अहमद के साथ ही उठना-बैठना तथा खाना-पीना होता था.उन्होंने कहा कि अगले वर्ष होने वाले फैज मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट में और बढ़-चढ़कर आयोजन करने के लिए आयोजनकर्ताओं को सहयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि किला के खेल के मैदान के विकास के लिए उन्होंने एक करोड़ पच्चीस लाख की राशि सरकार से स्वीकृत कराई थी, लेकिन दुर्भाग्यवश सरकार बदल गई और वह मामला वहीं पर अटक गया. उन्होंने कहा कि वह नौजवान साथियों को आश्वस्त करते हैं कि वह इस वर्ष किसी भी कीमत पर किला मैदान के विकास के लिए वह राशि लाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्होंने बक्सर के विकास में चार चांद लगाने की योजना बनाकर रखी हुई है. बक्सर को रामायण सर्किट से जोड़ने के साथ साथ वह धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करने का भी पूरा प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि वह बक्सर के विकास में चार चांद लगाने के लिए जनता के कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए सदैव तत्पर हैं.
इस दौरान फैज अहमद के याद में उनके बड़े अब्बा ने एक शेर सुना कर लोगों को भाव विभोर कर दिया- "जख्मों पर दिलों के जो रखता रहा मरहम, एक आदमी था शहर में वह भी चला गया" इस अवसर पर बोलते हुए डॉ. तनवीर फरीदी ने कहा कि यह बहुत ही हर्ष और उल्लास की बात है कि इतने लोग हर साल एक साथ फैज अहमद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. उन्होंने कहा कि सदियों में कोई फैज पैदा होता है. जिसकी भरपाई कर पाना नामुमकिन है.
युवराज चंद्र विजय सिंह ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैंने कई जगहों पर बहुत सारे खेलों को होते हुए देखा है. लेकिन वहां पर खिलाड़ी आपस में झगड़ जाते हैं. लेकिन यहां पर इस तरह की कोई बात नहीं देखने को मिली, जहां खिलाड़ियों ने आपसी सौहार्द का परिचय दिया.
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