Buxar Top News: सुप्रीम कोर्ट के सम्मान में सवर्ण उतरे मैदान में, शांतिपूर्ण बंद कर किया बड़े आंदोलन का शंखनाद ..
सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलते हुए इस तरह का अध्यादेश लाना एक तरह की हिटलरशाही का परिचायक है. राजनीतिक पार्टियों को इसका जवाब भारत की जनता आगामी चुनाव में अवश्य देगी.
- बंद समर्थकों ने आवश्यक सेवाओं को नहीं किया बाधित.
- अधिवक्ताओं समेत आम जनों ने भी किया समर्थन.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: सुप्रीम कोर्ट के फैसले में फेरबदल करते हुए एससी-एसटी एक्ट में हाल में हुए संशोधन के खिलाफ विभिन्न संगठनों के आंदोलन का सड़क पर असर देखने को मिला.
व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलते हुए इस तरह के अध्यादेश को पारित किए जाने के विरोध में भारत बंद का समर्थन किया वरीय अधिवक्ता शशिकांत उपध्याय उर्फ़ सरोज कुमार चौबे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदलते हुए इस तरह का अध्यादेश लाना एक तरह की हिटलरशाही का परिचायक है. राजनीतिक पार्टियों को इसका जवाब भारत की जनता आगामी चुनाव में अवश्य देगी. अधिवक्ताओं ने शांतिपूर्ण ढंग से आक्रोश प्रदर्शन करते हुए यह चेतावनी दी कि आने वाले समय में सरकार मिल जुलकर इस विषय पर कोई निर्णय नहीं लेती तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. मौके पर अधिवक्ता विनोद कुमार मिश्रा, दया सागर पाण्डेय अधिवक्ता, युवा समाजसेवी राघव कु० पाण्डेय, आदित्य कुमार वर्मा उर्फ़ लड्डू जी, अधिवक्ता सत्य प्रकाश सिंह, सरोज तिवारी, पप्पू पाण्डेय, तेजप्रताप सिंह उर्फ़ छोटे कर्मवीर भारती, ज्ञानेन्द्र द्विवेदी, अरविन्द कुमार पाण्डेय, मनीष कुमार , वसीम अकरम, शमशाद अहमद, शशिकांत राय, अशोक कुमार श्रीवास्तव, वेद प्रकाश जायसवाल, वरीय अधिवक्ता कृपाशंकर राय, राकेश रंजन सहाय, महादेव मिश्रा, संजय कुमार चौबे एवं कई फरियादी भी शामिल थे.
भारत बंद के दौरान नगर के गोलंबर पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया गया. जाम के दौरान गोलम्बर पर सभा का भी आयोजन किया गया. गोलंबर के समीप सड़क जाम से बक्सर-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग 84 पर घंटों आवागमन बाधित हो गया था. दूसरी तरफ ग्रामीण इलाकों में भी बंद का असर देखने को मिला. ब्रह्मपुर, सिमरी समेत कई इलाकों में दुकानें बंद रहीं और सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा.
देशव्यापी बंद के दौरान बक्सर में अखिल भारतीय जन आरक्षण आंदोलन के बैनर तले गुरुवार को बंद का आह्वान किया गया. योजना के तहत संगठन के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन के लिए शहर के प्रवेश द्वार गोलंबर पर चक्का जाम किया गया. सड़क से गुजरनेवाले बड़े-बड़े वाहनों को रोककर बीच सड़क पर आड़ा-तिरछा खड़ा करते हुए मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया गया. इससे वाहन तो दूर बाइक तक का निकलना कठिन था. दूर-दूर तक वाहनों की लम्बी कतार लग गई थी. बंद के कारण बक्सर-चौसा मुख्य मार्ग के अतिरिक्त बक्सर-डुमरांव मार्ग भी पूरी तरह बाधित रहा. संगठन के अध्यक्ष झूलन सिंह, योगेंद्र सिंह तथा विकास कुमार बंटी के नेतृत्व में आयोजित आंदोलन के तहत सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने सुबह दस बजे से एक बजे तक जाम किए रखा. सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सरकार जब तक एससी एसटी एक्ट में संशोधन नहीं करती और आर्थिक आधार पर आरक्षण की घोषणा नहीं करती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट काला कानून है, जिसका इस्तेमाल सवर्णों को फंसाने के लिए किया जाता है. इस दौरान वक्ताओं ने मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में आगामी 16 सितम्बर को फिर से चक्का जाम करने की चेतावनी जारी की है. मौके पर सुधाकर पाठक, आलोक नाथ पाठक, चुन्नू राय, संतोष उपाध्याय, योगेंद्र सिंह, राजीव कुमार चौबे, आशीष रमन ठाकुर, मुन्ना सिंह आदि की अहम भूमिका थी.
राजपुर प्रखंड मुख्यालय स्तिथ चक्का जाम का आयोजन किया गया जिसमें राजपुर नवयुवक संघ के कार्यकर्ता बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिए और इस बन्दी को सफल बनाने में भरपूर मदद की. बन्दी पूरी तरह शांति पूर्ण तरीका से रहा. इसमें सभी ब्यापारियों का सहयोग रहा. राजपुर में बन्द को सफल बनाने में सामाजिक कार्यकर्ताओं का भी पुरजोर सहयोग रहा जिसमे मुख्य रूप से मुकेश सिंह, कृष्ण बिहारी सिंह ,मुन्ना सिंह उपस्थित रहे. एक सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश सिंह ने कहा हमलोगों को किसी विशेष समुदाय से कोई द्वेष नही है. बस इस आरक्षण रूपी कलंक को मिटाने के लिए हम रोड पर खड़े होकर ये मांग कर रहे है कि आप आरक्षण दीजिये पर आर्थिक पर क्योकि हर एक वर्ग आर्थिक रूप से गरीब लोग है जिन्हें आरक्षण मिलना चाहिए. इस मौके पर कई नवयुवक कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे जिसमे अमित कुमार ,कृष्णा सिंह,लवकुश सिंह, रौशन, विवेक, सुजीत, विक्की समेत कई लोग मौजूद रहे.
केसठ़ में भारत बंद का जोड़दार असर, कई जगहों पर आगजनी
भारत बंद का व्यापक असर जिले के केसठ़ प्रखंड में जोड़दार देखने को मिला. जहा केसठ़ मिठाइया पुल पर टायर जलाकर यातयात को पूरी तरह से वाधित कर दिया गया, जहां रंजन सिंह, अभय सिंह, संजय सिंह, रवि सिंह, चुटा बाबा, दिनेश बाबा, पूतूल सिंह, मूकेस पाल समेत सैकड़ों लोगों का गुस्सा दिखा, लोगों के द्वारा कई जगहों पर टायर जलाकर यातयात को पूरी तरह से वाधित कर दिया गया. वहीं केसठ़ बाजार की भी सभी दुकाने बंद पड़ी रही. वहीँ बंद को देखते हुए प्रशासन भी पूरी तरह से चौकस दिखाई दे रही थी. हला कि अब धिरे धिरे जहां तहां यातायात शुरू हो चुका हैं. इस बंदी का असर ज्यादातर स्कूली बच्चों पर दिखा, जिसकी बसे भारत बंद मे फसी रही.
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