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अंत्योदय के लक्ष्य के साथ युवाओं की टोली ने चलाया अभियान ..

कहा कि गरीबी, दासता की उस स्थिति की तरह ही होती है, जब व्यक्ति अपनी इच्छानुसार कुछ भी करने में अक्षम होता है. इसके कई चेहरे हैं. जो व्यक्ति, स्थान और समय के अनुसार बदलते रहते हैं

- 48 रविवार से चलाया जा रहा है अभियान.

- गिट्टू तिवारी तथा उनकी टीम है अभियान में शामिल.


बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: अंत्योदय हमारा लक्ष्य बैनर के तहत लगातार गिट्टू तिवारी तथा उनकी टीम ने 48 वें रविवार गरीबी व भुखमरी झेल रहे बच्चों के बीच भोजन बांटने का कार्य किया गया. आज की इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से अभिनन्दन कुमार मौजूद रहे एवं साथ में गिट्टू तिवारी विवेक मौर्य , हिमांशु यादव, रंजन सिंह , प्रकाश सिंह,संजीत कुमार ,बिट्टू सिंह इत्यादि ने श्रमिक सहयोग किया.

गिट्टू ने कहा कि गरीबी, दासता की उस स्थिति की तरह ही होती है, जब व्यक्ति अपनी इच्छानुसार कुछ भी करने में अक्षम होता है. इसके कई चेहरे हैं. जो व्यक्ति, स्थान और समय के अनुसार बदलते रहते हैं.  इसे बहुत तरीकों से परिभाषित किया जा सकता है. जो कि व्यक्ति महसूस करता व जीता है.  निर्धनता एक परिस्थिति है. जिसका कोई भी अनुभव नहीं करना चाहेगा. हालांकि प्रथा, स्वाभाव, प्राकृतिक आपदा या उचित शिक्षा की कमी की वजह से इसे ढोना पड़ता है. इंसान इसे जीता है, लेकिन आमतौर पर इससे बचना चाहता है. भोजन के लिये पर्याप्त धन अर्जित करने के लिये, शिक्षा तक पहुँच के लिये, पर्याप्त रहने का स्थान पाने के लिये, जरुरी वस्त्रों के लिये तथा गरीब लोगों के लिये सामाजिक और राजनीतिक हिंसा से सुरक्षा के लिये निर्धनता एक आह्वान है.
















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