चुनाव में सी-विजिल ऐप से की गयी शिकायत पर 72 मिनट के भीतर होगी कारवाई ..
प्रचार अवधि के लिए गाड़ियों को जो परमिट दिया जाएगा, उसका रंग अलग-अलग होगा. या यूं कहें कि रंगों से ही वाहनों की पहचान होगी कि उनकी अनुमति किस विधानसभा के लिए प्रचार के लिए है.
- चुनाव को लेकर आयोजित मीडिया कार्यशाला में दी गयी जानकारी.
- सिंगल विंडो काउन्टर से मिलेगी किसी प्रकार की अनुमति.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : अपर समाहर्ता चंद्रशेखर झा की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में मीडिया कर्मियों को चुनावी नियम-कायदों के अलावा मीडिया कर्मियों के कर्तव्य एवं दायित्वों की जानकारी दी गई. इस दौरान अधिकारियों ने चुनाव से संबंधित विभिन्न पहलुओं से उन्हें अवगत कराया. साथ ही ईवीएम एवं वीवीपैट से संबंधित प्रशिक्षण भी प्रदान किया. कार्यशाला के दौरान सिंगल विंडो सिस्टम पर प्रकाश डाला गया और उसके माध्यम से कैसे किसी चीज के लिए आवेदन दिया जाएगा, चाहें वह जुलूस हो, सभा हो, चुनावी कार्यालय खोलना हो, वाहन के लिए अनुमति लेनी हो या फिर लाउडस्पीकर के लिए आवेदन देना हो आदि के बारे में बताया गया. साथ ही सी-विजिल ऐप के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गयी.
अधिकारियों ने बताया कि जुलूस आदि के लिए प्रत्याशी चाहें तो कितनी भी वाहन की अनुमति ले सकते हैं लेकिन, शर्त यह रहेगी कि दो सौ मीटर के ब्रेकअप पर दस गाड़ियां ही रहेंगी. अगर इसका उल्लंघन होगा तो कार्रवाई हो सकती है. आमसभा, जुलूस, रैली, लाउडस्पीकर के लिए एसडीओ अनुमति प्रदान करेंगे तो हेलीकाप्टर या हेलीपैड बनाने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति लेनी होगी. जबकि, वाहन के लिए निर्वाची पदाधिकारी तथा चुनाव कार्यालय खोलने के लिए जिला निर्वाची पदाधिकारी से अनुमति प्राप्त करनी होगी. मौके पर उप निबंधन पदाधिकारी डॉ. यशपाल, पंचायती राज पदाधिकारी विकास जायसवाल, भूमि सुधार उप समाहर्ता प्रभात कुमार, सूचना सह जनसंपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.
प्रचार अवधि में अलग-अलग रंग का मिलेगा परमिट :
प्रचार अवधि के लिए गाड़ियों को जो परमिट दिया जाएगा, उसका रंग अलग-अलग होगा. या यूं कहें कि रंगों से ही वाहनों की पहचान होगी कि उनकी अनुमति किस विधानसभा के लिए प्रचार के लिए है. हर विधानसभा के लिए अलग-अलग रंग का परमिट प्रदान किया जाएगा इसके तहत बक्सर को गुलाबी, राजपुर को पीला, ब्रह्मपुर को आसमानी, डुमरांव को हरा, रामगढ़ को बैगनी तथा दिनारा के लिए नारंगी रंग का चयन किया गया है.
मतदान के दिन के लिए होगा अलग रंग का परमिट:
मतदान के दिन के लिए भी प्रत्याशियों के वाहनों को परमिट दी जाएगी, उसका रंग अलग-अलग होगा. मसलन, सदर विधानसभा के लिए यह रंग पीला होगा तो राजपुर विधानसभा के लिए हरा रंग निर्धारित किया गया है. यह रंग ब्रह्मपुर विधानसभा के लिए भी हरा रखा गया है. जबकि, डुमरांव विधानसभा के लिए गुलाबी, रामगढ़ के लिए आसमानी तथा दिनारा के लिए गुलाबी निर्धारित किया गया है.
मतदान के दिन आठ से ज्यादा वाहनों को अनुमति नहीं :
मतदान के दिन एक प्रत्याशी को आठ वाहनों की ही अनुमति दी जाएगी. उससे अधिक वाहनों की अनुमति उन्हें नहीं दी जाएगी. अधिकारी ने बताया कि पूरे लोकसभा के लिए प्रत्याशी को एक, अभिकर्ता को एक तथा सभी विधानसभा के लिए एक-एक वाहन की अनुमति मिलेगी. इस तरह यहां लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत छह विधानसभा पड़ रहे हैं, जिनमें बक्सर, राजपुर, डुमरांव, ब्रह्मपुर, रामगढ़ एवं दिनारा विधानसभा शामिल हैं.
सी- विजिल ऐप के द्वारा की जा सकती है आचार संहिता उल्लंघन की:
इस दौरान सी-विजिल ऐप के बारे में जानकारी देते हुए अवर निबंधन पदाधिकारी डॉ. यशपाल ने बताया कि सी-विजिल ऐप के द्वारा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी सीधे निर्वाचन आयोग को दी जा सकती है. इसके लिए गूगल प्ले स्टोर से सी-विजिल ऐप को इंस्टॉल करना होगा. उन्होंने बताया कि इस ऐप को नागरिक, निरीक्षक तथा ऑब्जर्वर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. इस ऐप के द्वारा आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में टेक्स्ट, तस्वीर तथा वीडियो तीनों भेजी जा सकती है. जिस पर मौके पर पहुंचकर अधिकारी 72 मिनट के अंदर ही कारवाई सुनिश्चित करेंगे तथा घटना स्थल कि तस्वीर पुनः सी-विजिल ऐप पर अपलोड करेंगे. हालांकि, शिकायकर्ता तथा शिकायत दूर करने वाले अधिकारी दोनों को मौके पर उपस्थित रहना होगा, क्योंकि, ऐप में तस्वीर को लेने के स्थान की जानकारी भी स्वतः ही चली जाती है. मतलब शिकायतकर्ता अथवा जाँचकर्ता कोई भी बिना स्थल पर पहुँचे तस्वीर, टेक्स्ट अथवा वीडियो अपलोड करते हैं तो उनका झूठ पकड़ा जाएगा.
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