आजादी के 72 साल के बाद भी नहीं मिली पक्की सड़क, ग्रामीण करेंगे आंदोलन ..
ऐसे में सरकार के विकास के तमाम दावे यहां को खोखले नजर आते हैं. सरेंजा-कुकुढा मुख्य मार्ग से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस गांव में जाने के लिए कोई सड़क नहीं है. बरसात के मौसम में तो स्थिति बेहद गंभीर हो जाती है.
- हाल इटाढ़ी प्रखंड के कुकुढा पंचायत के कादीपुर गाँव का .
- बारिश के दिनों में नारकीय हो जाती है स्थिति, आवागमन रहता है ठप.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: आजादी के 72 साल के बाद भी इटाढ़ी प्रखंड के कुकुढा पंचायत के कादीपुर गांव के ग्रामीण पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं. दरअसल, यहां आजादी के बाद से अब तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं किया जा सका है. ऐसे में सरकार के विकास के तमाम दावे यहां को खोखले नजर आते हैं. सरेंजा-कुकुढा मुख्य मार्ग से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस गांव में जाने के लिए कोई सड़क नहीं है. बरसात के मौसम में तो स्थिति बेहद गंभीर हो जाती है. आवागमन भी काफी प्रभावित होता है. बताया जाता है कि स्थानीय निवासी तकरीबन 15 वर्षों से विभिन्न जनप्रतिनिधियों से सड़क निर्माण की मांग करते रहे हैं. लेकिन नेता केवल चुनाव के समय वादा कर इस बात को भूल जाते हैं. स्थानीय निवासी रोहित चतुर्वेदी बताते हैं कि जनप्रतिनिधियों ने इस मुद्दे को अब तक गंभीरता से नहीं लिया है. ऐसे में आक्रोशित लोग आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं. गांव के रहने वाले अमित चौबे कहते हैं कि अगर सरकार इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेती है, तो आगामी विधानसभा चुनाव में मत बहिष्कार किया जाएगा. गांव के रहने वाले मंटू चौबे, राज कुमार चौबे, सोनी लाल पासवान, हरेंद्र पासवान, बिहारी राय, बरमेश्वर राय, विश्वनाथ साह समेत कई ग्रामीणों ने कहा कि सड़क निर्माण नहीं होने पर वह सांसद तथा विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलने का काम करेंगे.
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