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वीडियो: दो जून की रोटी कमाने में पूरे परिवार को एड्स की सौगात दे रहे लोग .. तीन माह में लगा रोगियों का अर्धशतक ..

बताया जा रहा है कि संक्रमण की चपेट में पुरुषों के साथ साथ महिलाएं तथा गर्भ में पल रहे शिशु भी संक्रमित हो जा रहे हैं. लगातार बढ़ रहे मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है. माना जा रहा है कि प्रदेश में चमकी बुखार जैसे मामलों के बीच एड्स के मरीजों की बढ़ रही संख्या ने खतरे की घंटी बजा दी है

- बाहर कमाने गए लोगो में बढ़ रही एड्स रोगियों की संख्या.

- गर्भवती महिलाएं तथा बच्चे भी हो रहे संक्रमित.

- मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत हुई जांच में सामने आए मामले.


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले में अचानक से एचआईवी पॉजिटिव  लोगों की संख्या में इजाफा हो गया है, या यूं कहें कि एड्स से पीड़ित मरीजों की संख्या जिले में लगातार बढ़ती जा रही है. वैसे तो बात बेहद आश्चर्यचकित करने वाली है लेकिन है सोलह आने सच. सदर अस्पताल में कार्यरत एड्स जांच केंद्र के परामर्शी शिव कृपाल दास ने बताया केवल जून माह में एचआईवी संक्रमण से रोगियों के 18 मामले सामने आए हैं. बताया जा रहा है कि संक्रमण की चपेट में पुरुषों के साथ साथ महिलाएं तथा गर्भ में पल रहे शिशु भी संक्रमित हो जा रहे हैं. लगातार बढ़ रहे मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है. माना जा रहा है कि प्रदेश में चमकी बुखार जैसे मामलों के बीच एड्स के मरीजों की बढ़ रही संख्या ने खतरे की घंटी बजा दी है.

एड्स नियंत्रण सोसायटी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.अनिल कुमार सिंह कहते हैं कि दो जून की रोटी की जुगाड़ में बाहर कमाने जाने वाले लोग वहां से तोहफे में एड्स जैसी बीमारी लेकर आ रहे हैं और वे न केवल खुद इससे पीड़ित होकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं बल्कि, मुफ्त में परिवार को भी इसकी सौगात दे रहे हैं. जिले में ऐसे कई परिवार हैं जहां पिता से होकर यह बीमारी जन्म लेने वाले बच्चों तक में पहुंची और परिवार असमय काल के गाल में समा गया या जीवन की अंतिम सांसे गिन रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो बक्सर में वर्ष 2003 में एड्स नियंत्रण विभाग की स्थापना हुई और यहां एचआइवी पॉजिटिव मरीजों की जांच शुरू हुई. इस दौरान 16 वर्षों के सफर में यहां एड्स के सैकड़ों मरीज मिले. बीमारी से पीड़ित होने के बाद इनमें से कइयों की मौत हो गई और कई जीवन और मौत से जूझ रहे हैं.  बताया जा रहा है कि अप्रैल में 18, मई में 15 तथा जून में 18 मरीज मिले हैं. 

प्रारंभिक जांच में सामने आने पर बच सकती है नवजात की जान:

अस्पताल सूत्रों की मानें तो मातृत्व सुरक्षा योजना के तहत व्यापक पैमाने पर महिलाओं की जांच कराई जा रही है. खासकर गर्भवती महिलाओं की. ताकि, न्यू जेनरेशन को इस बीमारी से बचाया जा सके. बताया जाता है कि गर्भावस्था के दौरान शुरुआती दौर में इसका पता चल जाता है तो बच्चे को इसके संक्रमण से बचाया जा सकता है. गर्भवती महिला में एचआइवी पॉजिटिव की जानकारी मिलने के बाद उक्त महिला का ट्रीटमेंट शुरू कर दिया जाता है. फिर जन्म के तुरंत बाद से बच्चे का भी इलाज प्रारंभ कर दिया जाता है. इस तरह गर्भवती महिला को जहां छह या तीन माह से अधिक की दवा दी जाती है. वहीं, नवजात को भी छह सप्ताह या 12 सप्ताह तक दवा दिया जाता है और उसका उपचार किया जाता है.

कैसे फैल रहा संक्रमण: 

जिले में मिले इन मरीजों में नए तरह के मामले भी सामने आए हैं. एक तो वैसे लोग इससे आक्रांत हुए हैं और अपने परिवार को इस बीमारी की सौगात दी है, जो बाहर कमाने गए हैं और वहां से किसी तरह इस बीमारी को लेकर आए हैं. सूत्र बताते हैं ये लोग असुरक्षित यौन संबंध बनाने के दौरान इसकी चपेट में आए हैं. दूसरी तरफ नशे की सूई लेने वालों में भी इस बीमारी ने उन्हें अपनी आगोश में लिया. इससे अलग शरीर में रक्त चढ़ाने वालों में भी रक्त के साथ यह बीमारी पहुंच गई और उन्हें अपनी चपेट में ले लिया. 

क्या है इलाज की व्यवस्था:

अगर आपको शक है कि आप एचआइवी से पीड़ित हो गए हैं तो उसकी जांच आप सदर अस्पताल में करा सकते हैं. सदर अस्पताल स्थित एड्स नियंत्रण समिति में इसकी जांच की व्यवस्था है. यहां मरीजों की काउंसिलिग की व्यवस्था भी मौजूद है. सदर अस्पताल में जांच में यह कंफर्म होने के बाद कि किसी व्यक्ति के रक्त में एचआइवी पॉजिटिव है उसको आरा स्थित एआरटी सेंटर भेजा जाता है वहां छह से आठ माह तक संबंधित व्यक्ति का इलाज होता है और उसके बाद उसकी स्थिति कुछ ठीक होने के पश्चात उसे बक्सर भेज दिया जाता है. फिर बक्सर में आजीवन उसको दवा दी जाती है और लगातार उसके रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है.
देखिये वीडियो:










1 comment:

  1. Sir hmare bihar me shrab to band h...lekin heroine joro shoro se bik rhi h..jee haaa aur ye HIB usi ki den hai...nashe ka injection lene wale log hi hai...jyadatr HIB positive...to hmari sarkar se darkhwasth hai...is pr rok lgaye roke un medical store walo ko jo chand rupyo ke khatir is bimari ko faila rhe hai....

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