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पंजाब से बिहार भेजा गया 13 हज़ार क्विंटल सड़ा गेंहू ..

गेहूं इतना खराब था कि, उसमें कीड़े रेंग रहे थे. अधिकारी इस मामले की लीपापोती कर तथा खराब गेहूं की कम मात्रा बताकर इसी गेहूं को आपूर्ति करने की फिराक में लगे हुए थे. इसी बीच जब इस मामले का पता चला तो इसकी सच्चाई जानने के लिए हमने भारतीय खाद्य निगम के पदाधिकारियों से संपर्क किया. 

- सरकार की सुपोषण योजना पर ग्रहण.
- खाद्य निगम के अधिकारी कर रहे लीपापोती का प्रयास.

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक तरफ जहाँ सरकारें कुपोषण से लड़ने के अभियान चला रही है. वहीं, दूसरी तरफ सरकारी एजेंसियों द्वारा सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर ही ग्रहण लगाया जा रहा है. भ्रष्टाचार के खेल में लिप्त अधिकारी यह भी भूल जा रहे हैं कि, उनके द्वारा उठाए गए कदम किसी के जीवन पर भी भारी पड़ सकते हैं. ऐसा ही एक मामला उस वक्त सामने आया जब एफसीआई के बक्सर गोदाम में पंजाब से 13 हज़ार क्विंटल सड़ा हुआ गेहूं भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि, गेहूं इतना खराब था कि, उसमें कीड़े रेंग रहे थे. अधिकारी इस मामले की लीपापोती कर तथा खराब गेहूं की कम मात्रा बताकर इसी गेहूं को आपूर्ति करने की फिराक में लगे हुए थे. इसी बीच जब इस मामले का पता चला तो इसकी सच्चाई जानने के लिए हमने भारतीय खाद्य निगम के पदाधिकारियों से संपर्क किया. मामले में जब खाद्य निगम के पदाधिकारी हिमांशु साहू से बात की तो वह टालमटोल करते नजर आए. हालांकि, बातों ही बातों में उन्होंने यह स्वीकार किया कि कुछ अनाज खराब है.

पंजाब से बिहार आया सड़ा हुआ अनाज:

खाद्य निगम के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 26 अगस्त को 22 वैगन में भरकर छब्बीस हजार क्विंटल गेहूं बिहार लाया गया. यह गेहूं पंजाब के मोगा - 1 गोदाम से आया था. बताया जा रहा है कि, इस खेप में तकरीबन 13 हज़ार क्विंटल गेहूं वॉटर इफेक्टेड था. बताया जा रहा है कि, जिस वक्त गेहूं को उतारा जा रहा था उसी वक्त गेहूं की फटी बोरियों से कीड़े रेंगते हुए दिखाई दे रहे थे. बावजूद इसके इसका भंडारण खाद्य निगम के भंडार संग्रह गोदाम में कराया गया.
प्रभारी प्रबंधक

कुछ क्विंटल गेंहू को ही बताया खराब: 

मामले में खाद्य निगम के बक्सर गोदाम के प्रभारी प्रबंधक रामेश्वर मोची से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पंजाब से 26 हज़ार क्विंटल गेहूं 26 अगस्त को बक्सर लाया गया था जिसे 29 अगस्त तक उतार लिया गया. जैसे ही कुछ मात्रा में गेहूं के खराब होने की जानकारी मिली. 30 अगस्त को इसकी शिकायत पंजाब के मोगा-1 गोदाम में कर दी गई है.

खुले में ही होता है अनाज का भंडारण: 

खाद्य निगम के बक्सर गोदाम की क्षमता 50 हजार मैट्रिक टन अनाज रखने की है. बावजूद इसके हजारों क्विंटल अनाज यूं ही बाहर रखे रहते हैं. बताया जाता है कि, तेज आंधी में  कवर हट जाने से बरसात में भींग कर अनाज सड़ता रहता है और फिर यही, अनाज आपूर्ति के लिए भेज दिया जाता है. उचित भण्डारण नहीं होने के कारण ही पंजाब से आया गेंहू भी खराब था. हालांकि, जितनी मात्रा में अबकी बार अनाज के खराब होने की बात सामने आई है उतनी मात्रा में अनाज से कई परिवारों के महीनों के भोजन की व्यवस्था हो जाती.

इस संदर्भ में जिला पदाधिकारी राघवेंद्र सिंह से बात करने पर उन्होंने मामले के जाँच की बात कही.













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