Buxar Top News: प्रधानमंत्री आवास योजना की राशि के लिए मुखिया ने तीन बार बदले पति !
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सरकार गरीबों को आवास मुहैया कराने के लिए सतत प्रयासरत है, लेकिन अधिकारी व कर्मचारियों की मिलीभगत से इस योजना में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है. आलम यह है कि किसी को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ एक भी नहीं मिल रहा, तो कोई नाम बदलकर कर तीन-तीन बार इस योजना का लाभ ले चुका है.
ऐसा ही एक मामला सिमरी प्रखंड की दुल्ल्हपुर पंचायत में सामने आया है. यहां के निवासी मुन्ना पासवान की पत्नी रीता देवी ने यह कारनामा कर दिखाया है. इस महिला ने कभी अपने पति का नाम मुन्ना पासवान, कभी दीपक पासवान, तो कभी भिखारी पासवान बताया है. महिला ने नाम बदल कर वर्ष 2007-08, वर्ष 2013-14 एवं वर्ष 2015-16 में इस योजना का लाभ लिया है.
ग्रामीणों ने डीएम, एसडीओ व बीडीओ को जांच के बाद कार्रवाई की गुहार लगायी है. आवेदन में आरोप है कि तीन बार आवास योजना का लाभ लेनेवाली महिला इस पंचायत की वर्तमान मुखिया हैं. सिमरी की बीडीओ अर्चना कुमारी ने बताया कि जांच कमेटी गठित की जायेगी. उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
डीएम से कार्रवाई की गुहार :दुल्लहपुर पंचायत के आधा दर्जन वार्ड पार्षदों समेत गांव के 18 लोगों ने रीता देवी को तीन बार लगातार प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से जांचोपरांत कार्रवाई की मांग की है.18 ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त लिखित आवेदन में बताया गया है कि रीता देवी नामक महिला को 2008 में यूनियन बैंक शाखा चकनी के खाता सं. 768576810 से आवास योजना की राशि दुल्ल्हपुर पंचायत से मिली, जिसमें क्रम संख्या 32 पर रीता देवी के पति का नाम दीपक पासवान अंकित है.
पुन: रीता देवी ने वर्ष 2013-14 में क्रम संख्या 55 पर पति का नाम बदल कर भिखारी पासवान करके भी खाता संख्या 1311001700024921 पंजाब नेशनल बैंक बलिहार से लाभ लिया. हकीकत ये है कि भिखारी पासवान की मृत्यु हो गयी है. इसके बाद वर्ष 2015-16 में क्रम संख्या 25 पर रीता देवी ने अपने पति मुन्ना पासवान के नाम से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लिया है.
आरटीआइ से हुआ है खुलासा
मामले का खुलासा सिमरी बीडीओ से मांगे गये आरटीआइ आवेदन से हुआ है. दुल्ल्हपुर पंचायत के पांडेयपुर निवासी दीपक कुमार ने सिमरी बीडीओ से प्रधानमंत्री आवास योजना में हुई धांधली को लेकर आरटीआइ मांगी थी, जिसमें इस बात का खुलासा हुआ. प्रधानमंत्री आवास के नाम पर लूट-खसोट की यह एक बानगी भर है.
यदि आवास की जांच स्वतंत्र या न्यायिक इकाई से करायी जाये, तो कई चौंकानेवाले मामले सामने आयेंगे. मुखिया के ससुर, भसुर, देवर व भतीजे को भी आवास योजना का लाभ : दुल्लहपुर पंचायत की वर्तमान मुखिया रीता देवी के ससुर नन्हक पासवान, भसुर बिहारी यादव, देवर दीपक पासवान, हीरालाल पासवान व 18 वर्षीय भतीजे राहुल कुमार को भी आवास योजना का लाभ दिया गया है. सबसे चौंकाने वाला तथ्य यह है कि इनके देवर दीपक पासवान को आवंटित आवास में पत्नी की जगह रीता देवी का ही नाम है. जबकि उन्होंने माना कि वर्ष 2008 में आवास के आवंटन के समय दीपक पासवान की शादी नहीं हुई थी. फोटो भी मुखिया का ही लगा है. इस संबंध में मुखिया रीता देवी ने बताया कि सभी आवासों में विभागीय प्रक्रिया पूरी की गयी है.
जांच के लिए तैयार हूं: मुखिया
पूरे मामले में मुखिया रीता देवी ने बताया कि मैंने वर्ष 2010 में पति के नाम से इंदिरा आवास का लाभ लिया है. देवर की पत्नी के जगह उनका नाम व फोटो कैसे लगा यह जांच का विषय है. हमारे परिVवार के सभी सदस्य अलग-अलग रहते हैं. मनरेगा योजना के लिए फोटो जमा किया गया था. हो सकता है पूर्व मुखिया की गड़बड़ी से ऐसा हुआ हो.
संदर्भ देखें :पीएम आवास योजना के लिए मुखिया ने बदले तीन बार पति
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